पटना, (हि.स.)। 16 दिसम्बर 2012 को दिल्ली में घटी निर्भया कांड लोगों के मानस पटल पर आज भी अंकित है, जिसे कोई अबतक नहीं भूल पाया है। वैसी ही दिल दहला देने वाली एक और घटना बिहार की राजधानी पटना से सटे नौबतपुर के बालीवन गांव में बुधवार को घटी। दरिंदो ने शौच करने गयी 35 वर्ष की एक महिला को हवस का शिकार बनाने का प्रयास किया और असफल रहने पर खीज में उन लोगों ने महिला के निजी अंगों में लोहे की रॉड डाल दी जिससे उसकी मौत हो गयी। दरिंदों के से एक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि दूसरा फरार हो गया है।
उल्लखनीय है कि खुले में शौच जाने की वजह से बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने पिछले कार्यकाल में यह माना था कि राज्य में हो रही बालात्कार की घटनाओं में से 45 प्रतिशत घटनाएं घरों में शौचालय नहीं होने से खुले में शौच के लिए जाने के कारण हो रही है।
अपने आबरू को बचाने में खून से लथपत महिला किसी तरह घर पहुंची। परिजन सहित महिला के बच्चे उसे इस हालात में देखकर परेशान हो गये। महिला ने परिजनों को आपबीती सुनायी। इसके बाद परिजन उसे थाने लेकर आए। वहां से पीड़ित महिला को प्राथमिक इलाज के लिए नौबतपुर लाया गया, जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया, जहां प्रसूति रोग विभाग के ऑपरेशन टेबल पर उसने दम तोड़ दिया।
चिकित्सकों के अनुसार घटना के क्रम में महिला के शरीर से अत्यधिक खून बह जाने और जख्म गहरा होने के कारण उसकी मौत हो गयी।
इस बीच अस्पताल में परिजनों ने इलाज में देरी करने का आरोप अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सक पर लगाया है। परिजनों का आरोप है कि महिला का आपरेशन जल्द होना चाहिए था, मगर डॉक्टरों ने देरी कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
चिकित्सा के लिए इंतजार करने के बाद मृतका के शव को पीएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस में पोस्टमार्टम के लिए भी 5 घंटे इंतजार करना पड़ा।
इस बीच मृतक महिला के बच्चों ने उनकी मां के हत्यारों को मिले फांसी की सजा देने की मांग की। महिला की बड़ी बेटी ने दिल्ली के निर्भया कांड की तरह ही उसकी मां को मारने वाले अपराधियों को सरकार, प्रशासन तथा न्यायालय से फांसी की सजा दिये जाने की गुहार लगायी।
मृतक महिला के सभी चार बच्चे अभी नाबालिग हैं जिनका वह अपने मजदूर पति के साथ मिलकर भरण-पोषण कर रही थी। मृतक की दो लड़की और दो लड़का है और सबसे बड़ी बेटी 15 साल और सबसे छोटे बेटे की उम्र सात साल है।
अधिकारिक सूत्रों में यहां बताया कि इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने एक आरोपी धीरज कुमार को गिरफ्तार कर लिया है , जबकि दूसरे आरोपी धर्मेद्र की तलाश की जा रही है। पुलिस के सामने आरोपी ने इस जघन्य अपराध को स्वीकार भी किया है।
गिरफ्तार युवक के बारे में बताते हुए नौबतपुर के इंस्पेक्टर प्रेम राज चौहान ने कहा कि धीरज गांव में शादी-ब्याह में वीडियो रिकॉर्डिंग का काम करता है। उसने पहले भी गांव की एक लड़की के साथ छेड़छाड़ की थी।
उन्होंने कहा कि इस मामले में केस दर्ज किया गया है। मामले की तहकीकात करते हुए इंस्पेक्टर प्रेम राज चौहान शुक्रवार सुबह बलियावन गांव पहुंचे और मृतक महिला के परिजनों से बात की।
इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मामले का संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को घटना के संबंध में बिहार पुलिस से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
पटना पश्चिम के अधीक्षक रवींद्र कुमार ने कहा कि आरोपी धीरज कुमार पासवान (22) और धर्मेंद्र कुमार (30) इस जघन्य अपराध के बाद घटनास्थल से भाग गए, जबकि महिला को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेजा गया था।