बिहार
बिहार कांग्रेस में घमासान, अशोक चौधरी पार्टी समेत कट्टर समर्थकों से किनारे की तैयारी
By Deshwani | Publish Date: 9/10/2017 7:37:04 PM पटना, (हि.स.)। बिहार कांग्रेस में मचे घमासान के बीच अब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी का पार्टी से निष्कासन तय हो गया है। चार वर्षों तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी को पद से हटाने के साथ उनके कट्टर समर्थकों को अलग करने की मुहिम के तहत नए जिलाध्यक्षों के निर्वाचित होने की घोषणा रोककर प्रदेश प्रतिनिधियों की बैठक कर नए प्रदेश अध्यक्ष और एआईसीसी सदस्यों के चुनाव के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अधिकृत करने का सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया गया। हंगामा के कारण सदाकत आश्रम के मुख्य प्रवेश द्वार में ताले जड़कर सभागार में बैठक की गई। सदाकत आश्रम में हंगामे के बीच नरेन्द्र मोदी जिंदाबाद के भी नारे लगे।
कांग्रेस की पूर्व मंत्री ज्योति की अध्यक्षता में बनी अनुशासन समिति सदाकत आश्रम में सोमवार को हुए हंगामे में शामिल नेताओं के खिलाफ छानबीन कर कार्रवाई करेगी। प्रदेश कांग्रेस समिति की ओर से जारी विज्ञप्ति में पटना महानगर अध्यक्ष राज कुमार राजन सहित कई नेताओं ने अशोक चौधरी पर जदयू-भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा आश्रम में हंगामा कराने, बैठक में आलाकमान के खिलाफ गलत भाषा का प्रयोग करने और राहुल गांधी को देख लेने की धमकी देने का आरोप कर उन्हें पार्टी से निकालने और मुकदमा करने की मांग की है। कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने प्रेस कांफ्रेंस कर हंगामा करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।
वहीं, इससे पहले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने निर्वाचित प्रदेश प्रतिनिधियों की सूची सार्वजनिक किए जाने को ले सोमवार को सदाकत आश्रम में आयोजित बैठक पर जब आपत्ति जताई तो हंगामा शुरू हो गया। हो-हल्ल्ला और अपने को कमजोर देख अशोक चौधरी ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। इसी दौरान सदाकत आश्रम में धक्का-मुक्की भी हुई। इसके बाद कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी की अध्यक्षता में नवनिर्वाचित प्रदेश प्रतिनिधियों की बैठक कर केन्द्रीय नेतृत्व को अधिकृत करने का प्रस्ताव पारित हुआ। पार्टी के प्रदेश चुनाव पदाधिकारी प्रदीप भट्टाचार्य भी बैठक में मौजूद थे। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. शकील अहमद सहित अन्य प्राय: सभी नेता मौजूद थे।
इधर अशोक चौधरी ने प्रदेश प्रतिनिधियों की बैठक बुलाने के तौर-तरीके पर कड़ी आपत्ति जताने के साथ पूर्व केन्द्रीय मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह पर सदाकत आश्रम में अशोभनीय स्थिति पैदा किये जाने को लेकर जिम्मेवार ठहराया। चौधरी के समर्थकों ने दावा किया कि पार्टी के 27 विधायक और छह एमएलसी में ज्यादातर उन्ही के साथ हैं। हालांकि अभी पार्टी से अलग होने या तोड़ने की बात पूरी तरह गलत है।