बिहार
बमकांड के गवाह की गोली मारकर हत्या
By Deshwani | Publish Date: 9/10/2017 11:09:41 AMभागलपुर, (हि.स.)। बिहार के भागलपुर में रविवार की देर रात तातारपुर थाना क्षेत्र के रेलवे केबिन के समीप गली में अपराधियों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। सिर में गोली लगने से मो. अनवर की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के ठीक बाद पहुंचे परिजन अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव के साथ तातारपुर थाना पहुंच गए। इस मामले में मृतक के पिता के बयान पर मो. टिंकू, मो. आदिल, मो. राजा, मो. रियाज समेत पांच अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पिता ने बताया कि पांच साल पूर्व मुस्लिम हाई स्कूल रेलवे समपार के पास अनवर के साथियों ने साजिश के तहत उसे बुलाकर बम से हमला कर दिया था। इसमें उसकी एक आंख पूरी तरह खराब हो गई थी। इस मामले में मो. अनवर के पिता ने उसके तीन दोस्त तातारपुर निवासी मो. आदिल पिता, बरईचक निवासी मो. टिंकू और तातारपुर के ही रहने वाले मो. अमजद को नामजद किया था, जिसमें अनवर मुख्य गवाह था। उन्होंने बताया कि बमकांड केस में इसी माह कोर्ट में गवाही होने वाली थी। इसी को लेकर उक्त अपराधियों ने साजिश के तहत अनवर को गोली मार दी। बमकांड में नामजद सभी आरोपी पहले अनवर के साथी थे। अनवर खुद पर हुए हमले में गवाह था।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तातारपुर चौक के समीप मौलानाचक जाने वाले रास्ते में तातारपुर की तरफ बने वेस्ट केबिन के ठीक पीछे रविवार की रात अचानक रेलवे लाइन की तरफ से अनवर के पीछे छह-सात युवक हथियार लेकर दौड़ रहे थे। इसी दौरान गली में चाय दुकान के ठीक सामने मो. अनवर गिर गया। इसके बाद उसके पीछे दौड़ रहे युवकों ने उसे घेरकर उसके सिर में गोली मार दी। गोली मारने के बाद सभी अपराधी रेलवे लाइन की तरफ फरार हो गए। मृतक के पिता मो. मंजर ने बताया कि अनवर दो दिन पहले ही दिल्ली से भागलपुर आया था। रविवार शाम को अपने बड़े भाई रज्जान को डिक्सन मोड़ स्थित बस स्टैंड पर रांची जाने वाली बस पर चढ़ाकर घर लौट रहा था। इसी दौरान यह हादसा हुआ है।
घटना को लेकर सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या मामला आपसी विवाद का प्रतीत हो रहा है। उन्होंने बताया कि अनवर इससे पहले रेल थाना द्वारा चोरी के आरोप में जेल की सजा भी काट चुका है। वहीं कुछ माह पूर्व मौलानाचक में ही हुए बम विस्फोट की घटना के अनुसंधान में अनवर का नाम आया था। मगर गवाह नहीं मिलने की वजह से आरोप सिद्ध नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि मिली जानकारी के अनुसार अनवर को इलाके के आपराधिक छवि के लोगों के साथ अक्सर देखा जाता था।