जी.एस.टी. के आई.टी. सिस्टम को यूजर फ्रेन्डली बनाने का सुशील मोदी ने दिया सुझाव
पटना, (हि स )। जी.एस.टी. के क्रियान्वयन में आई.टी. से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आई.टी. सिस्टम को यूजर फ्रेन्डली बनाने का इन्फोसिस को निर्देश दिया।
जी.एस.टी. के क्रियान्वयन में आई.टी. से जुड़ी समस्याओं के समाधान हेतु केन्द्र द्वारा गठित मंत्री समूह की द्वितीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए बुधवार को बंगलूरू में सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आई. टी सिस्टम को यूजर फ्रेन्डली बनाने से छोटे करदाताओं को जी.एस.टी. विवरणी दाखिल करने में कोई कठिनाई नहीं होगी। इस मंत्री समूह के संयोजक सुशील मोदी ने इन करदाताओं से जी.एस.टी. रिटर्न दाखिल करने की अपील करते हुये कहा कि जी.एस.टी. में निबंधन, कर भुगतान, रिटर्न दाखिल करना सब कुछ आन लाईन है तथा इनमें किसी प्रकार का मानवीय हस्तक्षेप नहीं है।
उन्होंने कहा कि बैठक में समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि 90 लाख करदाता निबंधित हैं, जिनमें से 4 लाख करदाताओं से ही 95 प्रति-रु39यात राजस्व की प्राप्त होता है।
इन्फोसिस के परिसर में आयोजित इस बैठक में जानकारी दी गई कि जुलाई माह की संक्षिप्त विवरणी दाखिल करने वाले 53 लाख करदाताओं में से 33 लाख करदाताओं ने ही विस्तृत विवरणी दाखिल किया है। विस्तृत विवरणी दाखिल करने की अंतिम तिथि 10 अक्टुबर निर्धारित की गई है। सुशील मोदी ने संबंधित करदाताओं से यथाशीघ्र जी एस टी दाखिल करने की अपील की।
बैठक में समीक्षा के दौरान सुशील मोदी ने जी0एस0टी0एन0 के क्रियाकलाप पर संतोश व्यक्त करते हुये कहा कि पहले की तुलना में इसमें काफी सुधार हुआ है। इस नेटवर्क ने एक दिन में 15 लाख तक रिटर्न स्वीकार किया है तथा इसके माध्यम से प्रति घंटा 1 लाख करदाता रिटर्न दाखिल कर चुके हैं।
उप मुख्यमंत्री ने इस नेटवर्क के निर्माण से जुड़े आई0टी0 प्रोफेनल्स को संबोधित करते हुये उनके कार्या की प्रशंसा की तथा उनसे जी0एस0टी0एन0 को अत्यधिक कार्यसक्षम बनाने की अपील की।