बिहार
यहां के ताजिये का दूर-दूर तक नाम, कौमी एकता की मिसाल
By Deshwani | Publish Date: 3/10/2017 7:25:25 PMमोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
मधुबन के गुलाब खां अखाड़ा में ताजेया महोत्सव संपन्न हुआ। सभी मुसलमान भाइयों ने हसन-हुसैन की शहादत को याद किया। गुलाब खां के इस अखाड़ा में कई गांवों के ताजेया का प्रदर्शन किया जाता है। जहां सभी लोग रंग-बिरंगे ताजेया लेकर आए और करतब भी दिखाए। इस जगह पर गुलाब खां, इनरवा, पलट, चौबे टोला, भेलवा वृति गांवों ने एक-साथ िमलकर त्योहार मनाया। इस दौरान एक दुलदुल घोड़ा बनाया जाता है, जो पूरे बिहार में कहीं भी नहीं बनाया जाता है। इसे देखने के लिए इस बार दूर-दूर से लोग आए थे। इस अखाड़े में सभी गांवों के लोगों द्वारा लाठी-डंडे और तलवार द्वारा मनमोहक खेल दिखाया जाता है। यहां का मुहर्रम कौमी एकता की मिसाल रहा है। इस बार भी लोगों ने आपसी भाईचारे को जीवंत रखा। हेदायत खां, तशरीफ आलम, अकसर खान व इमरान आलम की देखरेख में त्योहार संपन्न हुआ।