पटना, (हि.स.)। पटना को स्मार्ट बनाने को लेकर सरकार सक्रिय है। इस पर दीपावली के बाद काम शुरू हो जायेगा। केन्द्र सरकार ने इसकी मंजूरी पहले ही दे दी है। एसपीवी (स्पेशल परपस ह्विकल) का कंपनी एक्ट में रजिस्ट्रेशन होने के बाद निगम को योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए केंद्र से राशि भी मिल जायेगी।
पटना को स्मार्ट बनाने के लिए पहले फेज में गंगा किनारे कलेक्ट्रेट से बांसघाट के डेढ़ किमी तक रिवरफ्रंट बनाया जायेगा। रिवरफ्रंट काफी हरा-भरा होगा, जहां पार्क के साथ लोगों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं होगी।
रिवरफ्रंट के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इसे बनाने में कुल 26.92 करोड़ रुपये खर्च होंगे। रिवरफ्रंट डेवलपमेंट गांधी मैदान का खास आकर्षण होगा। इसके चारों तरफ हरियाली, पार्क, लैंडस्केप और थ्रीडी पेंटिंग होगी।
एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के तहत गांधी मैदान और उसके आस-पास के 800 एकड को विकसित करने का काम किया जायेगा। पहले फेज में ही रिवरफ्रंट के साथ हेरिटेज पार्कों को विकसित करने और नागरिक सुविधाओं के विस्तार का काम भी शुरू होगा। इस पूरे इलाके में लोगों के लिए डीलक्स शौचालय, प्याउ के साथ अन्य सुविधाएं भी होंगी।
स्मार्ट सिटी पटना प्रोजेक्ट के चेयरमैन आनंद किशोर ने बताया कि स्मार्ट सिटी के लिए एसपीवी 15 अक्टूबर से काम करने लगेगा। इसके लिए कार्यालय का चयन कर लिया गया है। एसपीवी गठन का प्रस्ताव को सरकार को भेज दिया गया है, कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद एसपीवी का कंपनी एक्ट में रजिस्ट्रेशन कराया जायेगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में जो योजनाएं बनी है उनकी मॉनिटरिंग से लेकर इसके गुणवत्तापूर्ण और इसे समय पर निर्माण करने की जिम्मेवारी पीएमसी की होगी।