पटना। जदयू के बागी नेता शरद यादव और अली अनवर को राज्यसभा सचिवालय ने नोटिस भेजकर पूछा है कि क्यों ना आपकी सदस्यता रद कर दी जाए? इस नोटिस के बाद इन दोनों नेताओं पर राज्यसभा की सदस्यता खत्म होने की तलवार लटक गई है।
जदयू की ओर से औपचारिक तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर राज्यसभा सचिवालय में शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद राज्यसभा सचिवालय की ओर से दोनों नेताओं को नोटिस जारी किया गया है। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और राज्यसभा सांसद अली अनवर ने बागी तेवर अख्तियार किया हुआ है। दोनों नेता लगातार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार पर हमले बोल रहे हैं।
बता दें कि जेडीयू के बागी नेता शरद यादव को राज्यसभा सदस्यता से आयोग्य ठहराने के लिए पिछले दिनों राज्यसभा में जेडीयू संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह और महासचिव संजय झा ने सभापति वेंकैया नायडू को ज्ञापन दिया था।
पार्टी के नेशनल जनरल सेक्रटरी संजय झा ने बताया, 'हमारी पार्टी ने पहले ही यादव को एक पत्र भेजकर उन्हें लालू की रैली में शामिल नहीं होने के लिए कहा था। इसके साथ ही उन्हें बताया गया था कि अगर वह शामिल होते हैं तो इसे उनका पार्टी को स्वेच्छा से छोड़ना माना जाएगा।'
बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की एकता को दिखाने के लिए आरजेडी ने पटना में 27 अगस्त को एक रैली का आयोजन किया था। इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी हिस्सा लिया था।
झा ने कहा कि यह स्पष्ट तौर पर आरजेडी की रैली थी और शरद यादव ने पहले से चेतावनी मिलने के बावजूद इसमें हिस्सा लेकर जेडीयू के सिद्धांतों का उल्लंघन किया।