पटना, (हिस )। पिछले पांच दिनों से बाढ़ की विभीषिका झेल रहे उत्तर बिहार में लगभग डेढ़ सौ लोगों की अब तक डूबने अथवा बह जाने से मौत होनेे की आशंका जताई गई है वहीं, राज्य की अधिकांश प्रमुख नदियां और उनकी सहायक नदियों के जलस्तर में गुरुवार को भी वृद्धि जारी है । अलग – अलग जिलों से मिल रही रिपोर्ट के अनुसार सबसे अधिक अररिया जिले में लोगों के डूबने अथवा बाढ़ के पानी में बह जाने की सूचना है ।
केन्द्रीय जल आयोग सूत्रों ने को यहां बताया कि अगले 24 घंटे में अधिकांश नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की सम्भावना है। आयोग के सूत्रों के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर में अगले 24 घंटे में छह सेेंटीमीटर से ले कर 16 तक बढ़ने की सम्भावना है। वहीं, पुनपुन नदी का जलस्तर श्रीपालपुर में 65 सेंटीमीटर बढने, वहीं, खतरे के निशान से गंगपुर सिसवन में 15 सेंटीमीटर ऊपर बह रही घाघरा नदी के जलस्तर में 7 से 13 सेंटीमीटर की वृद्धि होने की आशंका है। वहीं, कई जगहों पर पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही बूढ़ीगंडक के जलस्तर में भी 21 से 48 सेंटीमीटर तक वृद्धि दर्ज हुई है | गंडक नदी, अधवारा-समूह की नदियों, कोसी और कमला बलाना ,बागमती , महानंदा के जलस्तर में अगले 24 घंटों में कुछ स्थानों पर बढने और कुछ स्थानों पर घटने की सम्भावना जताई है।
केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त सूचनानुसार गंडक नदी में बुधवार की देर रात गोपालगंज जिला के बैकुन्ठपुर प्रखंड में पानी का दबाव बढ़ जाने के बाद बन्घउली, शीतलपुर, फैजुल्लाहपुर, जमींदारी बांध पर पानी ओवरटाप कर गया और इसके कारण उक्त बांध क्षतिग्रस्त हो गए जिनकी युद्ध स्तर पर मरम्मती की गई वहीं, रिपोर्ट में अन्य सभी स्थानों पर तटबंध के सुरक्षित होने का दावा किया गया है।