बगहा, (हि.स.) । नेपाल सीमा के वाल्मीकिनगर गण्डक बराज से रविवार देर रात तक 5 लाख 10 हज़ार क्यूसेक पानी का जलस्त्राव हुआ। इससे बगहा अनुमण्डलीय क्षेत्र में कोहराम मचना शुरू हो गया है। रातों रात सैकड़ों घरों में जल सैलाब आ गया है और घर गिरना शुरू हो गया है।
खबर के मुताबिक भारत से सटे नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलाधार वर्षा के बाद इलाके की सभी छोटी बड़ी नदियां उफ़ान पर हैं। बगहा, रामनगर, पिपरासी, भितहा और ठकराहा प्रखंडों के दो दर्ज़न गावों में बाढ़ का पानी घुस गया है। ग्रामीण बता रहे हैं कि पिछले 20 वर्षों में इतनी बड़ी त्रासदी नहीं आई थी। इधर गण्डक बराज के जर्जर 5 फाटकों पर भी ख़तरा मडरा रहा है। हालांकि जल संसाधन विभाग ने हाई अलर्ट घोषित कर सभी 36 फाटकों को ऊपर उठा दिया है। नदी के पानी में बढ़ रही तेज धारा की उफ़ान से इलाके के लोगों की चिंता बढ गयी है। बगहा नगर के एसडीएम और एसडीपीओ आवास सहित अनुमंडलीय अस्पताल , बगहा ज़ेल भी जलमग्न हो गया है। वार्ड नं 4, 5 और 20, 24, 25 व 26 कैलाशनगर, नारायणापुर व चखनी रजवटिया में स्थिति तो और भी ख़राब है।
बाढ़ में फंसे लोगों को अब तक़ कोई सरकारी राहत नहीं मिली है। सैकड़ों एकड़ धान व गन्ना के फसलों को भारी नुक़सान होने से किसानों को गहरा सदमा पहुंचा है। रामनगर और बगहा-1 प्रखंडों में कुछ जगहों पर लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिये हैं, तो गंडक दियारा के पिपरासी और भितहा, ठकराहा प्रखंडों के लोग यूपी की ओर प्लायन कर रहे हैं। इलाक़े में गण्डक और मसान नदी ने बाढ़ के साथ साथ कटाव की विनाशलीला भी शुरू कर दिया है। बगहा के पिपरासी में श्रीपतनगर बांध टूट गया है | गाईड बांध पर कटाव काफ़ी तेज़ है। वहीं रामनगर प्रखंड के गुदगुदी पंचायत के भैंसहीया टोला के सामने मार्जिनल गाईड बांध पर मसान नदी का कटाव जारी है।
रामनगर प्रखंड के दर्जनो गांव ईमीरती, कटहरवा, भवलेहर, भावल, भैसहीया, कुम्हीया, हरिहरपुर, पथरी, नयागाव, रामनगर, वेलवा गांवों में बाढ़ का पानी घुस कर तबाही मचा रहा है। रामनगर में पहाड़ी मशान नदी के प्रकोप से करोड़ों की फसल गन्ना, धान बाढ़ की पानी में डूब गयी है, जिससे किसानों की नींद उड़ गयी है और निवाले की चिंता में कलेजा पर हाथ है। रामनगर प्रखंड से कई गांव का संपर्क भंग हो चुका है। बगहा व रामनगर की सड़कों पर 3 से 7 फीट तक उंचा पानी बह रहा है। बगहा अनुमंडल के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुसने से लोग दर्जनों लोग बेघर हो गये हैं | बगहा के पिपरासी, ख़िरीया व रामनगर में कई घरों के गिरने की भी ख़बर है। कुछ घर कटाव की चपेट में हैं। आलम यह है कि बाढ़ पीड़ितो को भोजन पानी खाने को पड़े लाले हैं। जिला प्रशासन के तरफ से मुक्कमल सहयोग नहीं मिल पाया है। बगहा अनुमण्डल पदाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार सिंह ने कहा है कि लोगों को सहयोग पहुंचाकर सुरक्षित स्थान पर भेजा जा रहा है।