बिहार
नीतीश कुमार दिलाएं बिहार को विशेष दर्जा व पैकेज : पप्पू यादव
By Deshwani | Publish Date: 8/8/2017 6:24:59 PMपटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक व सांसद पप्पू यादव ने बिहार में बालू माफिया के साथ बारगेनिंग की आशंका जताई है। आज पटना स्थित आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि आखिर साक्ष्य होने के बावजूद भी बालू माफियाओं की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो पा रही है। क्या सरकार ऐसे लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई करेगी। क्या नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी शिवदीप लांडे की रिपोर्ट, रोहतास में मनु महाराज पर फायरिंग और पत्थर घोटाले की जांच सीबीआई से करवाएगी।
उन्होंने पूछा कि मध्य प्रदेश में संजय सिंह की बेटी की शादी में कृष्ण मोहन सिंह, मिथिलेश कुमार सिंह, बबन सिंह, सुरेंद्र कुमार, सुभाष प्रसाद यादव और अशोक कुमार जैसे लोग शामिल थे, मगर उनकी गिफ्तारी क्यों नहीं हो रही है। जबकि इस मामले में नाविक तक गिरफ्तार हो रहे हैं। मुझे शक है कि माफियाओं के साथ बारगेनिंग हो रही है। आखिर सुभाष यादव ने किस को पैसा नहीं दिया। साथ ही सांसद ने बिहार सरकार पर खास वर्ग या जाति को टारगेट करने का आरोप लगाया। उन्होंने कि नई सरकार का निर्माण बिहार के विकास के लिए हुआ है। इसलिए माफिया को टारगेट किया जाना चाहिए, न कि खास वर्ग या जाति के लोग को। इससे गलत संदेश जा रहा है। उन्होंने नीतीश कुमार से लालू प्रसाद के एजेंडे को बंद करने की बात करते हुए कहा कि लालू प्रसाद और उनके परिवार के लोग एजेंडे के लायक नहीं रहे। लालू ने जो किया, इसके लिए उन्हें कानून सजा देगी। मगर उन पर टारगेट करना, बिहार में जातीय उन्माद पैदा होगा।
सांसद श्री यादव ने नीतीश कुमार से बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य का दर्जा केंद्र सरकार से जल्द से जल्द दिलाने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अब दोनों जगह एक जैसी सरकार है, तो नीतीश कुमार को विकास की गति तेज करने के लिए प्रधानमंत्री से मिलकर बिहार का हक दिलवाएं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में एनडीए की सरकार है। अब बिहार की सरकार का नेतृत्व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है। इसलिए विशेष पैकेज के साथ फरक्का के नवनिर्माण के लिए तत्परता दिखाने की जरूरत है।
जब बिहार का नेतृत्व प्रधानमंत्री कर रहे हैं, तो दो दोनों लोगों के बीच गाली- गलौज बंद होना चाहिए। नीतीश कुमार के साथ रहने वाले लोगों की हैसियत नहीं है कि व लालू यादव को गाली दें और न ही लालू के बच्चे या उनके साथ रहने वाले लोगों की हैसियत नहीं है कि वे नीतीश कुमार को गाली दें। यह घटनाक्रम बिहार सामाजिक और राजनीतिक परिवेश के सही नहीं है। यह जातीय उन्माद फैलाता है। 81.8 प्रतिशत पानी हिमालय से आता है। फरक्का के कारण बिहार की बाढ़ 70 के दशक से अभिशाप साबित हुई। इसलिए हाई डैम मामले में केंद्र सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक कमेटी बना कर बिहार को बाढ़ और सुखाड़ से निजात दिलाने के एजेंडे पर विचार करे।