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बिहार
मोतिहारी-सीतामढ़ी का सड़क संपर्क बंद, बाढ़ के खतरे को देखते हुए चौकसी बढ़ी
By Deshwani | Publish Date: 5/8/2017 3:59:08 PM
मोतिहारी-सीतामढ़ी का सड़क संपर्क बंद, बाढ़ के खतरे को देखते हुए चौकसी बढ़ी

मोतिहारी, (हि.स.)| बिहार के पूर्बी चंपारण के सिकरहना के लालबकेया नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी रहने से दूसरे दिन शुक्रवार को भी मोतिहारी-सीतामढ़ी का सड़क संपर्क भंग रहा। पताही प्रखंड के लालबकेया व बागमती नदी के संगम पर जलस्तर स्थिर रहा। लेकिन संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए चौकसी बढ़ा दी गयी है। नाव परिचालन पर रोक लगा दी गयी है। इधर गंडक बराज से शुक्रवार को कुल 2.16 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि जारी है। इससे अरेराज के दियारा क्षेत्र में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। जल संसाधन विभाग ने इंजीनियरों को अलर्ट कर तटबंधों की सुरक्षा को लेकर चौकसी बरतने का निर्देश दिया है। 
दो दिनों से बढ़ रहा गंडक नदी का जलस्तर : बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार पिछले दो दिनों से गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। गुरुवार को दस बजे रात तक 2.24 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया। कुल 2.35 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। रात 11 बजे के बाद पानी के जलस्तर में कमी आयी। लेकिन शुक्रवार को फिर जलस्तर में तेजी से वृद्धि जारी रहने से बाढ़ के संभावित खतरे को ले अलर्ट जारी किया गया है। नेपाली नदियां उफनाने से जिले में गंडक व बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। 
दूसरे दिन भी सीतामढ़ी से रहा सड़क सम्पर्क भंग : सिकरहना, लालबकेया नदी के जलस्तर में दूसरे दिन भी जलस्तर का बढ़ना जारी रहा। हालांकि नदी का जलस्तर खतरे के निशान से अभी दो फीट नीचे है। ढाका सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता राजीव कुमार ने बताया कि नदी में अभी नौ फीट पानी है। सामान्यत: पांच फीट पानी रहता है। चार फीट पानी बढ़कर नौ फीट पानी हो गया है। अभी गुआबारी तटबंध को कोई खतरा नहीं है। इस बीच नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण शुक्रवार को दूसरे दिन भी फुलवरिया घाट पर पूर्वी चम्पारण जिले का सीतामढ़ी जिले से सड़क सम्पर्क भंग रहा। लोग जान जोखिम में डालकर महुआवा ऑफिस घाट से रेलवे पुल होकर आ जा रहे हैं । फुलवरिया घाट पर पुल का निर्माण नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। पुल के अभाव में करीब तीन महीने तक फुलवरिया घाट होकर सीतामढ़ी जाने में वाहनों का परिचालन ठप रहता है। 
सीओ ने देवापुर घाट का किया निरीक्षण : पताही, देवापुर बागमती एवं लालबकेया नदी के संगम घाट का शुक्रवार को सीओ विनय कुमार के द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान दोनों नदियों के जलस्तर में उफान को देखते हुए तटबंध पर चौकीदार एवं हल्का कर्मचारी को तैनात रहने का निर्देश दिया गया है। नदियों में अवैध नाव परिचालन पर भी रोक लगा दी गई है। सीओ के द्वारा देवापुर से खोड़ीपाकर तक तटबंध का भी जायजा लिया गया। हालांकि शुक्रवार की सुबह नदी के जलस्तर में कमी होने पर सड़क के ऊपर से पानी उतर गया है, जिसके बाद भी सड़क पर कीचड़ होने के कारण अभी भी शिवहर से मोतिहारी का परिचालन बाधित है। सीओ विनय कुमार ने बताया कि नदियों के पानी में उफान को देखते हुए चौकीदार एवं हल्का कर्मचारी को तैनात किया गया है।
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