बिहार
बिहार में जयश्री राम का नारा लगाने वाले मंत्री खुर्शीद आलम ने फतवा जारी होने के बाद मांगी माफी
By Deshwani | Publish Date: 30/7/2017 4:58:12 PM पटना, (हि.स.)| बिहार में नीतीश कुमार की सरकार में शामिल किये गए मंत्री खुर्शीद आलम ने जय श्री राम का नारा लगाने के कारण इस्लामिक संगठन इमारते शरिया के मुफ्ती सोहैल अहमद आसमी की ओर से जारी फतवा पर मुख्यमन्त्री नीतीश कुमार की सलाह पर मांफी मांगी। खुर्शीद आलम ने यह कहा कि उनके वक्तव्य पर यदि किसी को तकलीफ हुई है तो वह इसके लिए क्षमा चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी नीयत जाने बिना ही उनके वक्तव्य को तोड़-मरोड़ कर उस पर राजनीति की जा रही है। नीतीश मंत्रिमंडल में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग संभाल रहे खुर्शीद आलम ने कहा कि वह यहां लोगों की सेवा करने आए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मैं उन्हें सलाह दी कि यदि किसी की भावना पर ठेस लगी है तो इस पर गौर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सलाह को देखते हुए उन्होंने माफी मांगी है | खुर्शीद आलम ने कहा कि एक में उलझ कर वह 99 को परेशान नहीं करना चाहते हैं और इसे सुरक्षित रखते हुए यदि किसी की भावना को ठेस लगी है, तो माफी मांग लेते हैं। हालांकि खुर्शीद आलम ने कहा था कि ऐसे फतवे से वह नहीं डरते। फतवा के पहले उनसे किसी ने बात नहीं की और ऐसे फतवे का जवाब उनका काम ही देगा। उल्लेखनीय है कि हाल ही में बिहार विधानसभा के बाहर सिकटा के विधायक खुर्शीद आलम ने मंत्री बनने के पहले जय श्रीराम का नारा लगाया था जिसके बाद उन्हें मंत्री बनाया गया । खुर्शीद आलम पर आरोप यह लगा कि जयश्री राम का नारा उन्होंने मंत्री पद पाने के लिए लगाया अन्यथा गुलाम रसूल बलियावी का नाम आ रहा था। फतवा के बारे में कहा जा रहा है कि इससे खुर्शीद आलम का निकाह भी टूट गया है और गलती का पश्चाताप के बाद दोबारा उनका निकाह करना हो गया। फतवे में चेतावनी दी गई है कि जय श्री राम का नारा लगाने से उन्हें इस्लाम से बेदखल कर दिया जाएगा । उल्लेखनीय है कि विधानसभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार का बहुमत साबित होने के बाद खुर्शीद आलम ने बाहर आकर जय श्रीराम का नारा लगाया था।