बिहार
जदयू प्रवक्ताओं पर अंकुश लगाने का शिवानन्द ने किया स्वागत
By Deshwani | Publish Date: 25/7/2017 6:39:32 PMपटना, (हि.स.)| बिहार के पूर्व मंत्री और सामाजिक नेता शिवानन्द तिवारी ने सत्तारुढ़ महागठबंधन में चल रही उठापटक के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से बातचीत कर गठबंधन में अनिश्चितता को दूर करने की अपनी सलाह को दोहराते हुए मंगलवार को कहा कि महागठबंधन के घटक, जद(यू ) के प्रवक्ताओं पर अंकुश लगाना एक स्वागतयोग्य कदम है ।
कभी नीतीश कुमार और लालू यादव के करीबी रह चुके शिवानन्द तिवारी ने कहा कि महागठबंधन में जारी तनातनी के माहौल में जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपनी पार्टी प्रवक्ताओं पर अंकुश लगाया है, जो एक स्वागत योग्य क़दम है। वहीं, जद (यू) के प्रधान महासचिव केसी त्यागी के बयान को सकारात्मक बताते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और लालू यादव की बातचीत से ही अनिश्चितता की धुंध साफ़ होगी।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार गठबंधन के नेता हैं और गठबंधन में कहीं कोई विभेद पैदा होता है तो उसे बातचीत से दूर करना नेता का दायित्व होता है। उन्होंने नीतीश कुमार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की गटबंधन सरकार के कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि भारतीय लोकतंत्र में बगैर किसी खटपट के उतना बड़ा गठबंधन अबतक किसी ने नहीं चलाया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अटल जी को स्मरण करते हुए व्यक्तिगत राग-विराग छोड़कर मुल्क के सामने जो गंभीर चुनौती है उसे ध्यान में रखते हुए लालू यादव के साथ बातचीत करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि संवाद लोकतंत्र की आत्मा है और इसके बग़ैर लोकतंत्र चलाया ही नहीं सकता। लालू यादव के एक अख़बार को दिए गए साक्षात्कार जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार को खुद से परिपक्व नेता बताया था, का उल्लेख करते हुए तिवारी ने कहा कि ऐसा कह कर लालू ने अपने बड़प्पन का परिचय दिया था। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब नीतीश कुमार को अपने बड़प्पन का परिचय देना होगा और बिना देर किए उन्हें लालू यादव से बात कर अनिश्चितता के माहौल को दूर करना होगा