बिहार
क्या डिप्टी सीएम से इस्तीफा को लेकर नीतीश कोई बड़ा फैसला लेंगे?
By Deshwani | Publish Date: 24/7/2017 9:20:49 PM पटना, (हि.स.)। सत्तारुढ़ महागठबंधन में मचे घमासान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथग्रहण समारोह में शरीक होकर पटना लौटने पर क्या कोई बड़ा फैसला लेंगे ? सोमवार को जदयू प्रवक्ताओं को तेजस्वी प्रकरण पर बोलने से मना कर दिया गया वहीं राजद के दो बड़े नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लिया। राजद के दो पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों रघुवंश प्रसाद सिंह और तस्लीमुदृदीन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भाजपा से नजदीकी बढ़ने और राजद के खिलाफ भाजपा की भाषा में जदयू नेताओं के बोलने का सीधा आरोप किया।
भ्रष्टाचार मामले में फंसे डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव से इस्तीफा के लिए परोक्ष दबाव की रणनीति के तहत जदयू पिछले एक पखवाड़े से उनसे बेनामी सम्पत्ति मामले में तथ्यों के आधार पर प्रमाणिक सफाई मांगता रहा है। वहीं, राजद ने जदयू के कहने पर तेजस्वी के इस्तीफा या सफाई देने से साफ इंकार कर दिया है। महागठबंधन में गतिरोध का पटाक्षेप होना अगले दो-तीन दिनों में अवश्यंभावी माना जा रहा है ।
सोमवार को दोपहर मुख्यमंत्री के नयी दिल्ली पहुंचने के साथ यहां राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा जोरों पर रही कि 26 जुलाई को नीतीश या तो खुद इस्तीफा देंगे या डिप्टी सीएम को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की राज्यपाल को सिफारिश भेज सकते हैं। न जदयू महागठबंधन से अलग होना चाहता और न राजद। ऐसे इसी कारण चर्चा है कि नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलकर तेजस्वी से इस्तीफा के लिए लालू पर दबाव बनाने का नीतीश अंतिम प्रयास भी कर सकते हैं।
भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार तेजस्वी के सीबीआई द्वारा चार्जशीट दायर करने तक उनका इस्तीफा के लिए मुख्यमंत्री इंतजार करने के मूड में नहीं है। वहीं, राजद तेजस्वी के मामले में कानूनी लड़ाई की तैयारी में जुट गया है। अग्रिम जमानत लेने के साथ सीबीआई के एपफआईआर को रद करवाने को लेकर अदालत में अर्जी दायर करने की तैयारी हो रही है। विधानमंडल का 28 जुलाई से 3 अगस्त तक पांच कार्यदिवसों का मॉनसून सत्र शुरु हो रहा है। तेजस्वी से इस्तीफा के लिए नीतीश पर भाजपा के हमलावर तेवर देख सत्र हंगामेदार होना अवश्यंभावी है। इधर, जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपने प्रदेश प्रवक्ताओं के साथ बैठक कर उन्हें तेजस्वी प्रकरण में बयान देने से मना कर दिया है। पिछले तीन चार दिनों से जदयू प्रवक्ता का राजद के खिलापफ तीखे बयान दे रहे थे। इसी क्रम में पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी द्वारा लालू की तरपफदारी पर नीतीश पर हमला बोलने पर उनके विरुद्ध राजद प्रवक्ताओं ने पलटवार किया।