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बिहार
अतिक्रमण की चपेट में शहर का अधिकांश इलाका
By Deshwani | Publish Date: 22/7/2017 6:05:29 PM
अतिक्रमण की चपेट में शहर का अधिकांश इलाका

 मुजफ्फरपुर, (हि.स.)। तमाम नियमों, कानूनों और पटना उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद पूरा मुजफ्फरपुर शहर अतिक्रमण के चपेट में है। प्रभात सिनेमा चौक से पुरानी गुदरी रोड होते हुए नकुलवा चौक तक सड़क के दोनों किनारे और नालों के ऊपर लोगों ने स्थायी रूप से अतिक्रमण कर रखा है। मिठनपुरा से भगवानपुर ओवरब्रिज होते हुए यादव नगर की दूरी 5.15 किलोमीटर है।

इन रास्तों पर करीब 10 चौराहे आते हैं। वहीं, सड़कों की चौड़ाई की बात करें तो कहीं सड़क 35 फुट, तो कहीं सड़क 60 फुट से अधिक चौड़ी है।औसत स्पीड से अगर चला जाये, तो महज 15 से 20 मिनट में मिठनपुरा से यादव नगर पहुंचा जा सकता है,लेकिन इन रास्तों पर हुए अतिक्रमण ने दूरी को एक से डेढ़ घंटे कर दिया है। 

इसके बाद भी जिम्मेदार इस पर ध्यान देने के बजाये इसे बढ़ावा देने में जुटे हुए हैं। इन रास्तों से गुजरने वाले हर चौक-चौराहे सहित नाले पर अवैध रूप से सजी दुकानें, फुटपाथ पर बनी झोपड़ियां एक साथ दो मुसीबतें शहरवासियों को तोहफे के रूप में दे रही है। एक तो जाम, दूसरा बरसात के मौसम में जल-जमाव। इन कारणों से नालों की उड़ाही तक नहीं हो पा रही है। 

इन रास्तों पर सड़क के बीचों-बीच लगाये गये पोल शहर की सड़कों की चौड़ाई को करीब 10 फुट कम कर दिया है, जबकि इन्हें हटाने के लिए फाइलों में कई योजनाएं बनी। ऐसा भी नहीं है कि इन रास्तों से प्रशासनिक अमला नहीं गुजरता, लेकिन वह भी अतिक्रमणकारियों के आगे झुकने को मजबूर है। चक्कर चौक से बटलर रोड की ओर जाने वाले नाले पर 28 झोंपड़ियों ने कब्जा जमा रखा है। इन झोपड़ियों में छोटे-छोटे होटल खोल दिये गये हैं।

इसकी वजह से सड़क पर लोगों की बाइक लग जाती है। सबसे खराब स्थिति तो छाता चौक से लेकर चक्कर चौक की है।सड़क के किनारे बने नाले पर बड़े से लेकर फुटपाथी दुकानों ने कब्जा कर रखा है। इन सड़कों पर अवैध पार्किंग ने लोगों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है, जबकि इस रोड पर सबसे अधिक छात्रों की संख्या रहती है। 

भगवानपुर ओवरब्रिज के नीचे पार्किंग की जगह को मांस, मछली व ठेले वालों ने पूरी तरह से अपने कब्जे में ले रखा है। माड़ीपुर चौक से होते हुए भगवानपुर गोलंबर से लेकर यादव नगर गेट तक करीब 176 अवैध दुकानें हैं। यही कारण है कि ऑटो वाले भगवानपुर ओवर ब्रिज पर कब्जा जमाए रहते हैं।

मिठनपुरा से होते हुए नीम चौक, सतपुरा, अघोरिया बाजार, कलमबाग चौक, छाता चौक, लेनिन चौक, बटलर, माड़ीपुर ओवरब्रिज से यादव नगर के बीच 452 अवैध दुकानें आये दिन रहती हैं। इन दुकानों में फल, सब्जी, मांस, मछली, चाय, ठेले वाले आदि शामिल हैं। सड़क के किनारे लगने के कारण लोग आसानी से सड़क पर ही बाइक खड़ी कर दुकानों से सामानों की खरीदारी भी करते हैं, लेकिन जाम का जरा सा भी ख्याल लोगों के जेहन में नहीं रहता है।

अघोरिया चौक के निकट लगे मांस व मछली की दुकानें कई बार हटाई जा चुकी हैं। प्रशासन की ओर से अभी पिछले दिनों ही मांस-मछली की दुकानों को हटाते हुए सड़क से दूर दुकानें प्रशासन की ओर से दी गयी थी, लेकिन इसके बाद भी अवैध दुकानें सड़क पर बेरोक-टोक चल रही हैं। शहर में जहां सबसे अधिक जाम की स्थिति लगी रहती है, वे इलाके हैं मिठनपुरा चौक, अघोरिया बाजार, कलमबाग चौक, छाता चौक, चक्कर चौक भगवानपुर गोलंबर इन चौराहों पर सबसे अधिक दर्द ऑटो वाले दे रहे हैं। 

ऑटो चालकों की मनमानी से हर वक्त इन चौराहों पर जाम की स्थिति रहती है। कई बार लोगों के बीच मारपीट की नौबत भी आती है, लेकिन ऑटो वालों की मनमानी के आगे शहरवासी चुप हो जाते हैं। 

मिठनपुरा से अघोरिया चौक की बात करें, तो इन सड़कों पर के बीचों-बीच लगे बिजली के पोल सड़क की चौड़ाई को 10 फुट कम कर दिया है।मिठनपुरा चौक से बढ़ते ही सड़क पर लगे पोल का सिलसिला शुरू होता है, जो अघोरिया बाजार तक है। इन रास्तों पर पांच जगह ट्रांसफार्मर भी सड़क के एकदम सटा कर लगाये गये हैं, जबकि इस सड़क की चौड़ाई 40 फुट से कम नहीं है। 

इन अवैध अतिक्रमणकारियों द्वारा प्रतिदिन लाखों रुपये की बिजली चोरी से जलाई जा रही है। अब सवाल है कि अतिक्रमण के लिए जिम्मेवार मुजफ्फरपुर नगर निगम, मुजफ्फरपुर पुलिस और एस्सेल विद्युत् वितरण कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सहयोग और संरक्षण के बिना क्या पूरे शहर की हर प्रमुख सड़कों, गलियों और चौक – चौराहों पर व्याप्त अतिक्रमण और उसके कारण घंटो प्रतिदिन लगने वाला जाम तथा बिजली की चोरी संभव है ?

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