- पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपराधियों के शिकार इंद्रजीत के परिजनों से मिलकर दी सांत्वना
- कहा- क्राइम व भ्रष्टाचार पर मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए अपना रूख
मोतिहारी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
जिले में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर भाजपा ने राज्य सरकार के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। एक ओर जहां सदर विधायक प्रमोद कुमार ने पटना में डीजीपी से मिलकर जिले के पुलिस प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। वहीं दूसरी ओर बुधवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मोितहारी पहुंचकर पिछले दिनों अपराधियों की गोली के शिकार किराना व्यवसायी इंद्रजीत जायसवाल के परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की। इसके बाद उन्होंने भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मण प्रसाद के आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में राज्य सरकार को कोसते हुए कहा कि यह राज्य सरकार की संवेदनहीनता का परिचायक है। राज्य के मुखिया एक ओर जहां अपने गठबंधन के राजनीतिक उलझनों में फंसे हुए हैं, तो दूसरी ओर प्रशासनिक महकमों में व्याप्त भ्रष्टाचार व पुलिस प्रशासन की शिथिलता जंगलराज-2 की याद िदलाते हैं। कहा कि अभी राज्य की सत्ता दो ध्रुवों में बंट गई है। एक के मुखिया नीतीश कुमार व दूसरे के लालू प्रसाद हैं, और दोनों एक-दूसरे के विपरीत उद्देश्यों से काम कर रहे हैं। बढ़ते अपराध पर लगाम कसने के लिए मुख्यमंत्री को सख्त रूख अपनाना होगा। उन्हें क्राइम व भ्रष्टाचार को लेकर अपना अलग रूख अपना होगा। इंद्रजीत जायसवाल की हत्या के बाद से व्यवसािययों में काफी दहशत है। पिछले एक साल में जिले में रंगदारी को लेकर आधा दर्जन लोगों की हत्या हो चुकी है, मगर पुलिस एक भी मामले का भंडाफोड़ नहीं कर सकी है। इसकी जगह पुलिस हर मामले को भूमि विवाद से जोड़कर लोगों को मिसगाइड कर रही है, जो खेद की बात है।
वहीं एक सवाल के जवाब में श्री मोदी ने कहा कि वे किसी पर बेबुनियाद व तथ्यहीन आरोप नहीं मढ़ते। यदि उनके किसी आरोप से राजद सुप्रीमो को कष्ट है तो वे मुझपर मानहानि का मुकदमा कर सकते हैं, या फिर जनता को जवाब दे कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव 26 वर्षों में 26 हजार करोड़ की संपति किस तिजारत से अर्जित की। जिसमें नाबालिग होते हुए 13 हजार की संपति व बािलग होने के उपरांत 13 हजार करोड़ की संपति कैसे अर्जित कर ली। श्री यादव ने बलुआ स्थित दवा व्यवसायी राजू जायसवाल के आवास पर उनसे जाकर मिले। मौके पर सदर विधायक प्रमोद कुमार, रामचंद्र सहनी, सचिन्द्र सिंह, श्यामबाबू यादव, राणा रणधीर, पूर्व विधायक पवन जायसवाल, कृष्णनंदन पासवान, जिलाध्यक्ष राजेन्द्र गुप्ता, पं.चंद्रकिशोर मिश्र, डा.लालबाबू प्रसाद, राजा ठाकुर, अरूण यादव, मार्तंड नारायण सिंह, पंकज सिन्हा सहित दर्जनों पार्टी के नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।