बिहार
ईद-उल-फितर की खरीदारी को ले बाजारों में बढ़ी चहल पहल
By Deshwani | Publish Date: 25/6/2017 4:12:58 PMकटिहार, (हि.स.)| शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में ईद-उल-फितर को लेकर चहल-पहल बढ़ गयी है। इस्लाम धर्म में पवित्र रमजान के पूरे महीने रोजा रखने के बाद नया चांद देखने के अवसर पर ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है। यह रोजा तोड़ने के त्योहार के रूप में भी लोकप्रिय है । यह त्योहार रमजान के अंत में मनाया जाता है। इस पर्व में नये परिधान पहने का रिवाज है। ऐसे में कपड़ा दुकानों पर भीड़ बढ़ गयी है। दूसरी तरफ जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न बाजार व चौक-चौराहाें पर अलग-अलग प्रकार की सेवई की दुकानें सज गयी हैं। माना जा रहा है कि सोमवार को ईद मनेगी। मुस्लिम धर्मावलंबियों के लिए यह अवसर भोज और आनंद का होता है । यह इस्लामी केलेंडर का नौवां महीना होता है। इस प्रकार यह पूरा माह ही त्योहारों की तरह होता है। इबादत या प्रार्थना, भोजन और मेल-मिलाप इस त्योहार की प्रमुख विशेषता है। इस दिन सुबह की दिनचर्या के बाद नए कपड़े पहनना, सुगंधित इत्र लगाना, ईदगाह जाने से पहले खजूर खाना आदि मुख्य रस्म है। आमतौर पर पुरुष सफेद कपड़े पहनते हैं । सफेद रंग पवित्रता और सादगी का प्रतीक माना जाता है । इस पवित्र दिन पर बड़ी संख्या में मुस्लिम अनुयायी सुबह ईदगाह में सामूहिक नमाज़ अदा करने जाते हैं। ईदगाह विशेष प्रार्थना के लिए एक बड़ा खुला मैदान होता है । ईद की नमाज़ पढ़ने के बाद सभी एक-दूसरे के गले मिलकर एक दूसरे को बधाई एवं समाज व देश में खुशहाली, भाईचारा बनी रहे इसकी कामना करते हैं।