बिहार
बिहार में मैट्रिक व इंटर के छात्र नहीं, शिक्षा व्यवस्था हो रही फेल: सीमा
By Deshwani | Publish Date: 22/6/2017 5:54:03 PMपटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष सीमा सक्सेना ने बिहार बोर्ड के दसवीं के परीक्षा परिणामों पर निराशा जताई है। उन्होंने कहा कि कदाचार मुक्त परीक्षा और सख्ती के साथ कॉपियों का मूल्यांकन निश्चित रूप से सराहनीय है, लेकिन हमें इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए कि बिहार में ज़मीनी स्तर पर शिक्षा सुधार की दिशा में क्या कदम उठाए जा रहे हैं? उन्होंने महागठबंधन सरकार से पूछा है कि क्या बिहार के बच्चे पढ़ने में इतने कमज़ोर हैं कि उनमें से आधे ही मैट्रिक तक पास कर पा रहे हैं? उन्होंने कहा कि प्रथम श्रेणी में 14%, सेकेंड डिविज़न में 27%, थर्ड डिविज़न में 9.33% छात्र पास हुए हैं। महागठबंधन सरकार से मांग करती हूं कि वो शिक्षा सुधार पर ध्यान दे ताकि बिहार की प्रतिभाओं के साथ अन्याय और निराशा का दौर खत्म हो सके। रालोसपा महिला अध्यक्ष ने कहा कि चाहे बारहवीं बोर्ड की परीक्षा हो या दसवीं बोर्ड की, एक में एक तिहाई छात्र पास कर पाए और दूसरे में आधे तो निश्चित रूप से ये बड़ी चिंता का विषय है। सीमा सक्सेना ने कहा कि महागठबंधन सरकार को इस बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए कि राज्य में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर क्यों होती जा रही है? उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी, राज्य सरकार के पास बेहतर शिक्षा नीति की कमी, शिक्षा विभाग के पास इच्छाशक्ति औऱ दूरदर्शिता की कमी जैसे मुद्दों ने मिलकर बिहार में शिक्षा क्षेत्र को पिछड़ेपन का शिकार बना दिया है।