बिहार
ठाढ़ी गांव में अब तक नक्सलियों ने की छह लोगों की हत्या
By Deshwani | Publish Date: 17/6/2017 5:37:11 PMचकाई, (हि.स.)। नक्सलियों द्वारा ठाढ़ी गांव में एक के बाद एक की हत्या करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस गांव में नक्सलियों द्वारा बार-बार हत्या करने के कारण ठाढ़ी गांव के लोग दिन में भी घरों में दुबके रहते हैं ।
भय का माहौल ऐसा है कि गांव के लोग कुछ भी बताने से इंकार करते हैं, जिस कारण ठाढ़ी गांव नक्सलियों का सेफ जोन बनता जा रहा है। क्योंकि इस गांव के इर्द-गिर्द चारों ओर घने जंगल तथा पहाड़ से घिरा हुआ है जिसका फायदा नक्सलियों को बराबर मिलता आ रहा है। ठाढ़ी गांव में नक्सली घटना पर गौर किया जाय तो अब तक हुयी घटना में पहली घटना 2003 में पुलिस को बताने के आरोप में ठाढ़ी गांव निवासी विपीन राय को नक्सलियों ने घर से निकालकर सड़क पर गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। 2009 में इसी गांव के कारु पासवान की हत्या गला रेतकर कर दी।
वहीं, 20 दिसम्बर 2010 को ठाढ़ी नौकाडीह गांव निवासी राजेश राणा की हत्या लेवी वसूलने के आरोप में नक्सलियों द्वारा गला रेतकर कर दी गयी। 17 दिसंबर 2011 को ठाढ़ी पंचायत के मुखिया लालमोहन यादव की हत्या नक्सलियों ने गोली मारकर कर दी। 26 जुलाई 2012 को ठाढ़ी गांव निवासी श्याम सुंदर यादव उर्फ ढालो यादव को नक्सलियों ने घर से बाहर निकालकर नदी किनारे ले जाकर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी गयी। 16 जून 2017 की देर रात भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के रमनीटांड़ गांव निवासी विजय कुमार वर्णवाल की हत्या नक्सलियों ने ठाढ़ी गांव के पास मोहलिया पहाड़ के निकट गला रेतकर कर दी।
इस तरह चौदह साल के भीतर नक्सलियों ने इस गांव के कुल छह लोगों की हत्या कर क्षेत्र में दहशत का माहौल कायम कर दिया है। घटना के बाद ठाढ़ी गांव के आस-पास जंगलों में सीआरपीएफ के जवान सर्च अभियान चलाया जा रहा है।