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बिहार के किसान बेहाल - प्रेम कुमार
By Deshwani | Publish Date: 14/6/2017 8:03:04 PM
बिहार के किसान बेहाल - प्रेम कुमार

 पटना,  (हि.स.)| बिहार विधान सभा में विपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने महागठबंधन के नेताओं पर किसानों को लेकर सियासत का आरोप लगाते हुए बुधवार को कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने किस्सों के लिए कुछ भी नहीं किया | 

प्रेम कुमार ने संवाददाताओं के साथ बातचीत करते हुए यहाँ कहा कि किसानों को सिंचाई की व्यवस्था नहीं है, खेती की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं होने से वे बेहाल हैं। राज्य के किसान अपनी मांगों को लेकर अपनी उपज को सड़कों पर फेंक रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के कई हिस्सों में किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है 1 केन्द्र से मिली राशि सरकार खर्च नहीं कर पा रहीं है।

प्रेम कुमार ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में केन्द्रीय कृषि योजनाओं को लागू करना ही नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र द्वारा विभिन्न कृषि योजनाओं की राशि राज्य सरकार खर्च नहीं करना चाहती है, जिस कारण राज्य के किसान बेहाल हैं। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत सूक्ष्म सिंचाई के मद में वर्ष 2014-15 में 35 करोड़़ और 2015-16 में 10 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया, वहीं वर्ष 2016-17 के अंत तक 31.71 करोड़ रुपये राज्य सरकार खर्च नहीं किया। इसी तरह से राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत पिछले तीन वर्षों में 143.22 करोड़ रुपये बिहार सरकार खर्च नहीं किया। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत बिहार को 2015-16 में 64 करोड़ राशि दी गयीं, खर्च नहीं हुआ।

 

प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य के किसानों के साथ धान खरीद करने में सरकार की लापरवाही सामने आ चुकी है, इस सरकार ने किसानों को धान खरीद में बोनस राशि नहीं दी। जबकि इस साल राज्य के अंदर 90 लाख टन धान की पैदावार हुई और सरकार ने महज 18.29 लाख टन ही खरीद पायी 1 बिहार सरकार समय से धान खरीद नहीं करने के कारण बिचैलियों के हाथ औने-पौने दाम पर किसानों ने धान बेचा। भाजपा शासित राज्यों में किसानों से धान खरीद बहुत अच्छे ठंग से किया। किसानों के खेती के लिए मिट्टी जांच की कोई व्यवस्था नहीं की। राज्य के 68 राजकीय नलकूपों के पूरी तरह से जर्जर होने के कारण खेती पूरी तरह से प्रभावित है। राज्य के 38 जिलों में 5559 ट्यूबवेल लगाये गये, जिनमें से 3,781 ट्यूबवेल खराब पड़े हुए हैं, पूरे राज्य में महज 1,778 ट्यूबवेल ही काम कर रहे हैं। 

भाजपा नेता ने कहा कि एक तरफ माननीय प्रधानमंत्री देश के किसानों को बड़ी राहत दे रहे हैं वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसानों के लिए राहत देने की जगह सिर्फ घोषणाएं ही कर रहें हैं, जिस कारण सूबे के किसान बदहाली की स्थिति में हैं।

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