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बिहार
दुष्कर्म के दस दिन बाद हुई पीड़ित मासूम की मेडिकल जांच, आरोपी फरार
By Deshwani | Publish Date: 14/6/2017 7:12:43 PM
दुष्कर्म के दस दिन बाद हुई पीड़ित मासूम की मेडिकल जांच, आरोपी फरार

- 5 जून को पड़ोस के युवक ने किया था रेप, इसके बाद से भटक रही थीं मां-बेटी
- आठ जून को मेहसी थाने में दिया था आवेदन, फिर भी कार्रवाई में किया गया विलंब

मेहसी। देशवाणी न्यूज नेटवर्क


थाना क्षेत्र के एक गांव में अपनी मां के खेत पर जाने के बाद छोटी बहन के साथ घर में खेल रही छह साल की मासूम बच्ची के साथ पड़ोस के ही एक युवक ने वहशियाना तरीके से दुष्कर्म किया, जिससे बच्ची की हालत खराब हो गयी। इलाज कराने के दौरान उसे सात टांके लगाए गए हैं। पीड़ित पक्ष ने थाना में आवेदन भी दिया, लेकिन घटना के दसवें रोज बुधवार को पुिलस को उसका मेडिकल कराने की सुधि आई। सदर अस्पताल में उसका मेडिकल कराया गया। इधर पुलिस की शिथिलता का फायदा उठा आरोपी घर छोड़कर फरार होने में सफल रहा। युवक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने उसके घर व कांटी थाना क्षेत्र के जीवनी गांव में छापेकारी की मगर वह हाथ नहीं आया। पुलिस को आशंका है कि आरोपित अपने संबंधी के यहां कोलकाता चला गया है। बता दें कि घटना घटना विगत पांच जून की है। मां के खेत की ओर जाने के बाद यह बच्ची अपने घर में अपनी छोटी बहन को लेकर खेल रही थी। तभी उसका अठारह वर्षीय पट्टीदार पंकज कुमार आया और उसे बुलाकर अपने घर ले गया।जहां उसने दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। बच्ची के चीखने पर पंकज ने उसका मुंह दबा दिया और खून से लथ-पथ मासूम को बेहोशी की हालत में छोड़कर भाग गया। इधर बच्ची की हालत देखकर माँ बेहोश हो गयी। आरोपी के परिवार वालों ने बच्ची और उसकी बेहोश मां दोनों को इलाज के लिए एक नर्सिंग होम में भर्ती करा दिया। जहां उनलोगों का इलाज हुआ और बच्ची के गुप्तांग में सात टांके पड़े। लेकिन इस दौरान पीड़ित मां और बच्ची को आरोपी के परिजनों ने पुलिस के पास नहीं जाने दिया। विगत आठ जून को मेहसी थाना में पीड़ित पक्ष ने आवेदन दिया। साथ ही जिस क्लिनिक में बच्ची का इलाज किया जा रहा था वहां से उसे सरकारी अस्पताल जाने को कह दिया गया, क्योंकि बच्ची के पिता दिल्ली में रहते हैं और वहीं फेरी का काम करते हैं।
लिहाजा, कोई पुरुष सदस्य नहीं रहने के कारण बच्ची की मां अपनी पीड़ित मासूम को लेकर चकिया रेफरल अस्पताल आई वहां इलाज करने के बाद वहां से चिकित्सकों ने बच्ची को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया, जहां बच्ची को सिर्फ इसलिए भर्ती नहीं किया गया, क्योंकि मेंहसी थाने की पुलिस साथ नहीं आई थी।
शरीर के अंदरूनी हिस्से में पड़े टांके के कारण लड़खड़ा कर चल रही बच्ची अपनी मां के साथ अधिकारियों से गुहार करने पहुंची तो मालूम हुआ कि पुलिस कप्तान नगर थाना में किसी काण्ड के अनुसंधान में आये हुए हैं। जहां पहुंचकर मां-बेटी दोनों ने एस.पी. से मिलने का प्रयास करते हुए उनके सुरक्षाकर्मियों से गुहार लगाई।
लेकिन उस मां-बेटी के दर्द को वहां कोई सुनने को तैयार नहीं हुआ।

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