प्रवर्तन निदेशालय लालू की बेटी सांसद मीसा भारती व उनके पति की सम्पत्ति कर सकता है जब्त
पटना, (हि.स.)| बिहार के सत्तारूढ़ महागठबंधन के बड़े घटक, राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार द्वारा अवैध रूप से जमा की गयी बेनामी सम्पत्ति का विगत चार अप्रैल से लगाता खुलासा कर रहे राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय जल्द ही लालू यादव की बड़ी पुत्री और राज्य सभा सांसद मीसा भारती तथा उनके पति शैलेश की सम्पत्ति जब्त कर सकता है |
सुशील मोदी ने संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि इनकम टैक्स की ओर से जारी दो-दो नोटिस के बावजूद मीसा और उनके पति शैलेश उपस्थित नहीं हुए | उन्होंने कहा कि अब विभाग दिल्ली स्थित उनकी सम्पत्ति जब्त करने की प्रक्रिया की शुरुआत करेगा |
मोदी ने कहा कि वे जल्द ही चुनाव आयोग से मिल कर लालू यादव के दोनों मंत्री पुत्रों को अपनी सम्पत्ति का ब्योरा हलफनामे में नहीं दे कर आयोग को गुमराह करने के लिए उन्होंने अयोग्य घोषित कर उनके खिलाफ आपराधिक मामला शुरू करने की मांग करेगा | उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले महीना दोनों भाइयों के इस कार्य को अनैतिक बताया था |
उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी और हेमा यादव को करोड़ों की जमीन दान देने वाले जिस ललन चौधरी को लालू प्रसाद मीडिया के सामने हाजिर नहीं कर सके, वह केवल बीपीएल कार्डधारी और खाली समय में उनके खटाल में काम करने वाला ही नहीं बल्कि विधान परिषद का कर्मी भी है जिसे राबड़ी देवी के कार्यकाल 2005 में सभापति जाबिर हुसैन ने एलडीसी के पद पर नियुक्त किया था।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार हेमा यादव को 70 लाख की जमीन दान करने वाले हृदयानंद चौधरी की नियुक्ति लालू प्रसाद के रेलमंत्रित्व काल में पूर्व मध्य रेलवे के ग्रुप डी के पद पर 20 जून, 2005 को हुई थी | इससे सम्बंधित दस्तावेज भाजपा के पास होने का दावा करते हुए मोदी ने कहा कि मामला उजागर होने के बाद से खलासी हृदयानंद चौधरी अपने कार्यस्थल से फरार है।
तेजस्वी यादव से ललन और हृदयानंद चौधरी के पैन नम्बर बताने की मांग करते हुयून्होने कहा कि राबड़ी देवी और हेमा यादव ने दान में मिली की जमीन का उल्लेख आयकर विवरणी में नहीं किया? उन्होंने कहा कि आयकर अधिनियम के अनुसार दान में मिली सम्पति प्राप्तकर्ता की आय में शामिल होती है इसलिए राबड़ी देवी और हेमा यादव ने इस सम्पति के अनुरूप कर का भुगतान किया या नहीं जानना आवश्यक है |
भाजपा नेता ने लालू से सवाल किया कि ललन और हृदयानंद के नाम पर नौकरी देने के एवज में बेनामी सम्पत्ति लिखवाई गई और फिर गिफ्ट करा कर उसे वापस ले लिया गया या नहीं, इसे बताना चाहिए | ललन और हृदयानंद पर लालू प्रसाद के कालेधन और बेनामी सम्पत्ति को सफेद करने करने का जरिया बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राबड़ी देवी और हेमा यादव ने ललन और हृदयानंद की किस तरह की आर्थिक मदद की थी कि दोनों ने अपने परिजनों, बच्चों को दान न देकर लालू प्रसाद के परिजनों को दान क्यों किया?