बिहार
नीतीश को विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की भाजपा की चुनौती सशर्त स्वीकार
By Deshwani | Publish Date: 12/6/2017 5:53:40 PM पटना, (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की बिहार विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की चुनौती सशर्त स्वीकार कर ली है । शर्त रखी कि बिहार के साथ उत्तर प्रदेश की विधानसभा भंग कर दोनों के भाजपा और उसके सहयोगी दलों के सांसदों से भी इस्तीफा करवा कर सबका चुनाव एक साथ हो जाये।
कुमार सोमवार को यहां लोक संवाद के अपने साप्ताहिक कार्यक्रम के बाद संवाददाता सम्मलेन में उतर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के रविवार को पार्टी के एक कार्यक्रम में दिये भाषण में बिहार विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की चुनौती का जबाव दे रहे थे। यूपी के उप मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा था कि नीतीश जी के पास इतनी हिम्मत है और अपने काम पर भरोसा है तो चुनाव के मैदान में आ जाएं और भारतीय जनता पार्टी दिखा देगी कि जनता किसके साथ है ।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमार ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को चतुर बनिए कहने पर भी कहा कि कुछ लोग ऐसे बयान देकर अपनी नई चाबी बनाना चाहते हैं । इससे लोगों की मानसिकता सामने आती है लेकिन वो ज्यादा तवज्जो इसलिए नहीं देते हैं कि गांधी भी ऐसे बयानों को हंस के टाल देते थे, लेकिन गांधी तो अभी भी स्थिर हैं।
सेनाध्यक्ष पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के बयान पर पूछे गये प्रश्न के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि सेनाध्यक्ष को अपनी जिम्मेवारी निभाने में पूरे देश का समर्थन है। भारतीय सेना के प्रति पूरे देश में सम्मान का भाव है।
कुमार ने राष्ट्र्रपति चुनाव के सवाल पर कहा कि सत्ता पक्ष की तरफ से आम सहमति बनाने की पहल होनी चाहिये। ऐसा नहीं होने पर विपक्ष के उम्मीदवार की बात होगी।