पटना, (हि.स.)| बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था के लिए राज्य सरकार को दोषी ठहराते हुए भाजपा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य सरकार भले ही अपनी शिक्षा व्यवस्था में सब कुछ ठीक होने का दावा कर रही हो लेकिन राज्य के लगभग 650 स्कूलों के एक भी छात्र का पास नहीं होना सरकार के इनके दावे की सच्चाई को उजागर कर रहा है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता तथा इस्लामपुर के पूर्व विधायक राजीव रंजन ने संवाददताओं के साथ बातचीत में कहा कि लगभग 2 लाख छात्र- छात्राओं के रिजल्ट की प्रिंटिंग और टोटलिंग गलत होना, सरकार की बदहाल कार्यशैली को ही उजागर करता है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्तर पर गड़बड़ियों के कारण छात्रों का भविष्य बिना उनकी किसी गलती के अधर में लटक गया है।
उन्होंने कहा कि बहुत से छात्र ऐसे हैं जिन्होंने प्रतियोगी परीक्षाएं पास कर ली हैं किन्तु बिहार सरकार की गड़बड़ियों के कारण इंटर की परीक्षा में फ़ेल होकर एडमिशन लेने से वंचित रह गए।
इन युवाओं के भविष्य का ख्याल करते हुए पुनर्परीक्षा की जल्द व्यवस्था करने तथा यथाशीघ्र परिणाम प्रकाशित करने की रंजन ने सरकार से मांग की।
भाजपा नेता ने कहा कि पहले के जंगलराज में बिहार में अपहरण-माफिया का राज था किन्तु अब के जंगलराज में बिहार में शिक्षा माफ़िया का सिक्का चलता है। उन्होंने राज्य की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह शिक्षा माफिया के चंगुल में होने का आरोप लगाते कहा कि ये माफिया जिसे चाहते हैं, उसे पास कराते हैं, जिसे चाहते हैं उसे फ़ेल कराते हैं। बिहार का टॉपर कौन होगा वह भी यही माफिया तय करते हैं।
बिहार सरकार पर राज्य के युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कई बच्चे जिन्हें अभी तक परीक्षा में अच्छे नंबर आते थे, उन्हें इसबार काफी कम नंबर मिले हैं। वहीँ, सरकार की गलती से फ़ेल बच्चों की कापियों के पुनर्मूल्यांकन के लिए 120 रु प्रति विषय सरकार वसूल रही थी जिसे भाजपा के दबाव में आकर बाद में 70 रु किया गया।