पटना, (हि.स.)। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदकार के पिछले तीन सालों के शासन गुस्से से उबलने लगा है। मप्र के मंदसौर में किसानों का आंदोलन कई लोगों की जान भी ले चुका है। तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों के किसान पहले से ही गुस्से में हैं और आंदोलन कर रहे हैं।
इसी प्रकार, गुजरात, उप्र समेत कई राज्यों में शोषण, दमन के विरुद्ध दलित आंदोलनरत हैं। शुक्रवार को प्रेस को जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में युवा उबाल पर हैं। बेरोजगारी को लेकर युवाओं में भारी गुस्सा है। कथित राष्ट्रवाद और गौ माता के नाम पर देशभर में अल्पसंख्यक सताये जा रहे हैं। पूरे देश में मोदी सरकार के विरोध में मानो आग लगी है।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि जनता से किए गए वादों को पूरा करने में फेल रही केंद्र सरकार ने कारपोरेट को फायदा पहुंचाने, संघ के अलगाववादी एजेंडे को लागू करने और जरूरी मामलों से देश और जनता का ध्यान बंटाने के लिए अराजकता को हवा दी और दमनकारी नीतियों को अपनाया। दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक, महिला, युवा, किसान, मजदूर, गरीब सभी का मोदी राज में बुरा हाल होता जा रहा है। उपेक्षा, ठगी, शोषण, दमन, उत्पीड़न का सिलसिला जारी है और पीड़ितों की कहीं सुनवाई नहीं हो रही।
उन्होंने कहा कि देश अपने लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे खराब दौर से गुजर रहा है। अब पीड़ित जनता जगह-जगह अपने गुस्से का इजहार कर रही है। समय रहते केंद्र और भाजपा की राज्य सरकारों को संभल जाना चाहिए, अन्यथा जनता ऐसी जनविरोधी, षड्यंत्रकारी और फासीवादी सरकार को ज्यादा दिनों तक स्वीकार नहीं करेगी।