बिहार
जहरीला हो चुका सरिसवा का "काला पानी', आफत में जिंदगानी
By Deshwani | Publish Date: 5/6/2017 7:46:07 PM- पीए को पत्र लिख नदी की बदतर स्थिति के बारे में दी गई जानकारी, अपने स्तर से पहल करने का आग्रह
रक्सौल। अनिल कुमार
विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर डा. स्वयंभू शलभ ने पड़ोसी देश नेपाल के साथ जुड़ी सरिसवा नदी प्रदूषण समस्या के समाधान की दिशा में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय समेत विदेश मंत्रालय द्वारा सितंबर 2010 से अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा किये जाने की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की है। पीएमओ में आज इस पत्र का रजिस्ट्रेशन किया गया। इस मांग पत्र में डा. शलभ ने इस समस्या से जुड़े तथ्यों के साथ नदी की वर्तमान स्थिति को स्पष्ट करते हुए लिखा है कि सितम्बर 2010 से जारी इस प्रक्रिया में इन तमाम विभागों और मंत्रालयों की संलग्नता के बावजूद अभी तक कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया, जबकि पीएमओ द्वारा बताया गया कि पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा इस मामले का निष्पादन कर दिया गया है। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए इस विषय को राष्ट्रीय कार्य योजना में भी रखा गया है। सूरतेहाल यह है कि नदी की हालत बद से बदतर हो गई है। उद्योगों द्वारा अपने जहरीले उत्सर्जन को नदी में डालना बंद नहीं किया गया है। बिना ट्रीटमेंट प्लांट लगाये सभी उद्योग बेरोकटोक चल रहे हैं। इस बीच वीरगंज महानगरपालिका द्वारा नदी किनारे डम्प किये गए हजारों ट्रक कूड़े कचरे के ढेर से प्रदूषण का संकट कई गुना बढ़ चुका है। आज नदी का प्रदूषण बंगरी, सिकरहना आदि नदियों के रास्ते गंगा तक पहुंच कर केंद्र की नमामि गंगे' योजना को भी प्रभावित कर रहा है। इस पत्र के साथ नदी की एक वर्तमान तस्वीर भी पोस्ट की गई है, जिसमें नदी के काले पानी के साथ किनारे पर जमा कचरे का ढेर एक भयानक दृश्य उपस्थित कर रहा है।