बिहार
बाढ़ से निजात पाने को विमर्श के लिए बिहार आएंगे विशेषज्ञ
By Deshwani | Publish Date: 2/6/2017 4:14:16 PMपटना, (हि.स.)। गंगा नदी में गाद को लेकर बिहार में बाढ़ से प्रत्येक वर्ष जान-माल की भारी बर्बादी एवं तबाही से निजात पाने के उपायों के अध्ययन के लिए 5 जून को केन्दीय जल संसाधन सचिव अमरजीत सिन्हा के नेतृत्व में विशेषज्ञों की टीम पटना आयेगी।
टीम गंगा बेसिन का फरक्का तक हवाई सर्वे के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ विमर्श करेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री के अनुरोध पर विशेषज्ञों की टीम भेजने की पहल की है।
केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने शुक्रवार को यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि केन्द्रीय टीम की रिपोर्ट पर तत्काल कार्रवाई होगी।
उन्होंने माना कि गंगा में गाद की समस्या है, पर इसके लिए फरक्का बराज ही मुख्य कारण नहीं है। बराज के हटाने से समस्या का निदान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गाद की सफाई और बाढ़ नियंत्रण के उपाय होंगे। इस संबंध में उनकी मुख्यमंत्री के साथ गुरुवार को देर शाम विमर्श हुआ है।
केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा सफाई मंत्री ने कहा कि नमामि गंगा परियोजना के तहत गाद की भी सफाई होनी है। इस वर्ष इस परियोजना के तहत बिहार में 25 अरब रुपये से अधिक खर्च होंगे। सुलतानगंज, भागलपुर, मोकामा, बाढ़, दीघा, कंकड़बाग में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होना है। गंगा जल को शुद्ध करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। गंगा के अविरल होने पर ही गंगा जल शुद्ध रहेगा।
केन्द्रीय मंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि यह कहना सही नहीं है कि बिहार को नमामि गंगा परियोजना के तहत राशि नहीं मिली।
सच तो यह है कि राशि खर्च नहीं हुई। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भाजपा के रिश्ते मधुर होने के संंबंध में पूछे जाने पर जोर देकर कहा कि नीतीशजी से हमारे पुराने संबंध हैं और यह पहले ही जैसा है। बिहार में इंटर के खराब रिजल्ट के संंबंध में उन्होंने कहा कि इसको लेकर मुख्यमंत्री चिंतित हैं।