मुंगेर, (हि.स.)। केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संवर्धन मंत्री उमा भारती ने गुरुवार को मुंगेर में कहा कि बिहार के गंगा किनारे के सात शहरों के गंदे नालों से निकलने वाले गंदा पानी को शु़द्ध कर गंगा में प्रवाहित करने की वृहत परियोजना पर केन्द्र सरकार वर्ष 2017 में ‘नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा ‘ के अन्तर्गत लगभग 2526 करोड़ खर्च करेगी। वह गुरुवार को मुंगेर मे गंगा किनारे सोझी गंगा घाट पर चैपाल कार्यक्रम में मुंगेर के नागरिकों से गंगा पर सीधा संवाद में जवाब दे रही थीं।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना से सरकार बिहार के मुंगेर , सुलतानगंज, भागलपुर, मोकामा, दीघा ,कंकड़बाग और बाढ़ में ‘वाटर- ट्रीटमेंट प्लांट‘ स्थापित करेगी । उन ट्रीटमेंट-प्लांट से निकलनेवाले शुद्ध जल को गंगा नदी में प्रवाहित किया जाऐगा। जिससे गंगा नदी की स्वच्छता बनी रहेगी। शीघ्र ही, गंगा किनारे के इन शहरों की नालियों के गंदा पानी से गंगा को प्रदूषित करने की समस्या सदा के लिए समाप्त हो जायेगी ।
कार्यक्रम में गंगा की स्वच्छता और अविरलता से जुड़े कई प्रश्न जनता की ओर से मंत्री जी के समक्ष किए गए । उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार नालियों के गंदे पानी को शुद्ध करने के लिए ‘वाटर- ट्रीटमेंट प्लांट ‘ की स्थापना पर मुंगेर में 345 करोड़, सुलतानगंज में 55 करोड़, भागलपुर में 404 करोड़, मोकामा में 61 करोड़, दीघा में 1000 करोड़, कंकड़बाग में 600 करोड़ और बाढ़ में 61 करोड़ खर्च करेगी। वाटर- ट्रीटमेंट प्लांट परियोजना का पूरा कार्यान्वयन कार्य बिहार सरकार करेगी। केन्द्र सरकार जुलाइ-अगस्त, 17 माह तक इन परियोजनाओं पर स्वीकृति की मुहर लगा देगी और इन परियोजना पर शीघ्र काम शुरू हो जायेगा।