बिहार
राबड़ी पर को-आॅपरेटिव नियमों की अनदेखी का आरोप
By Deshwani | Publish Date: 29/5/2017 7:49:06 PM पटना, (हि.स.)। बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर सोमवार को आरोप लगाया कि उन्होंने पद का दुरुपयोग कर पटना की एमएलए को-आॅपरेटिव की 10-10 लाख रुपये बाजार मूल्य की जमीन औने-पौने कीमत पर पूर्व मंत्री सुधा श्रीवास्तव और अब्दुल बारी सिद्दिकी से लिखवा लिया। आश्चर्य की बात है कि 1992-93 में समिति से 5.59 डिसमिल जमीन 37 हजार रुपये में आवंटियों ने ली थी जिसे 10 वर्षों के बाद भी राबड़ी देवी ने मात्र 37 हजार रुपये में ही लिखवा लिया। जबकि आज उस जमीन की बाजार कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा होगी।
मोदी ने सवाल किया है कि आखिर लालू प्रसाद के दो बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी यादव में ऐसी कौन-सी खासियत है कि दो पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों - रघुनाथ झा और कांति सिंह जहां उन्हें करोड़ों रुपये की जमीन-मकान गिफ्ट कर देते हैं। वहीं पूर्व मंत्री सुधा श्रीवास्तव और अब्दुल बारी सिद्दीकी जैसे नेता अपनी लाखों की जमीन महज कुछ हजार में राबड़ी देवी को बेच देते हैं?
विपक्ष के नेता ने कहा कि लालू प्रसाद के करीबी एमएलए को-आॅपरेिटव के अध्यक्ष पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं राजद सांसद जयप्रकाश नारायण यादव और सचिव और राजद विधायक भोला यादव ने अब तक आवंटियों की सूची सार्वजनिक कर यह क्यों नहीं बताया है कि किन आवंटियों को एक से अधिक प्लाॅट आवंटित किए गए हैं तथा किसने आवासीय की जगह व्यावसायिक इस्तेमाल किया है? को-आॅपरेटिव के नियमों की धज्जी उड़ाई गई है। मगर उसे तत्काल भंग करने के बजाय सरकार गिरने के डर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब तक क्यों चुप्पी साधे हुए हैं?