बिहार
हकमारी के आरोप पर नंद किशोर का नीतीश पर पलटवार
By Deshwani | Publish Date: 29/5/2017 6:34:11 PM पटना, (हि.स.)। बिहार विधानसभा की लोक लेखा समिति के सभापति और प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा बिहार की हकमारी संंबंधी नीतीश कुमार के आरोप पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश जी हकमारी का घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। 13वें वित्त आयोग की सिफारिशों के समय जब केन्द्र की कांग्रेस नीत यूपीए की सरकार ने हकमारी की तो नीतीश जी की जुबान बंद थी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार ने 14वें वित्त आयोग में पिछली अनुशंसा की तुलना में 136 प्रतिशत वृद्धि का प्रावधान किया तो बिहार की हकमारी बता रहे हैं।
यादव ने सोमवार को यहां जारी वक्तव्य में कहा कि बिहार का विकास प्रधानमंत्री की प्राथमिकता सूची में है। वित्त आयोग की अनुशंसा पर भारत सरकार ने 2015-20 के लिए 3.83 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है जो कांग्रेसनीत यूपीए की सरकार द्वारा 2010-15 के लिए प्रावधानिक 1.60 लाख करोड़ से ढाई गुना से अधिक है। प्रधानमंत्री ने 136 प्रतिशत राशि की वृद्धि कर बिहार के प्रति उदारता का परिचय दिया है।
यादव ने कहा कि 14वें वित्त आयोग के फार्मूले में बिहार के हित को पूरा ध्यान में रख कर ही विपुल धनराशि की व्यवस्था की गयी है । दरअसल राज्य सरकार ओछी राजनीति से बाज नहीं आ रही है। एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार के सफलतम तीन वर्ष पर पूरे देश में हर-हर मोदी, घर-घर मोदी के जयकारे लग रहे हैं तो अपने महागठबंधन रूपी घर में लगी आग से छटपटा रहे घर के मुखिया नीतीश कुमार केन्द्र सरकार पर अपनी भड़ास उतार रहे हैं। उनकी यह बेचैनी उनकी राजनीतिक हताशा की पराकाष्ठा है।