बिहार
सृजन पर साल 2000 से ही अधिकारी रहे मेहरबान
By Deshwani | Publish Date: 23/8/2017 8:12:20 PMभागलपुर, (हि.स )। भागलपुर में घोटालेबाजों की संस्था सृजन पर सन् 2000 से ही अधिकारी मेहरबान रहे हैं। तत्कालीन डीएम ने सभी प्रखंडस्तरीय अधिकारियों को पत्र लिखकर सरकारी पैसे को सृजन में जमा करने का निर्देश दिया था। इसकी पुष्टि तत्कालीन जिलाधिकारी गोरेलाल यादव ने 2002 में की थी। सन 2003 में जब केपी रमैया भागलपुर जिलाधिकारी बनकर आए तो सृजन पर उनकी विशेष कृपा होने लगी।
इस विशेष मेहरबानी को लेकर जिले केे तत्कालीन डीएम केपी रमैया की भूमिका को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। सृजन मामले को लेकर बैंक से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है कि अब अगला निशाना कौन होगा ? बताया जाता है कि डीएम केपी रमैया ने अपने कार्यकाल में सृजन में खाता खोलने के सरकारी निर्देश दिये थे। इस पत्र के आलोक में सृजन के खाते में पैसे भी जमा होने लगे थे। जांच में पता चला है कि तत्कालीन डीएम रमैया ने यह पत्र 20 दिसंबर, 2003 को लिखा था। सृजन घोटाले में रमैया की भूमिका पूरी तरह संदेह के घेरे में आ गयी है। उनके कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। सूत्रों के अनुसार इस महाघोटाले का सृजन यहीं से हो गया था।