खेल
सचिन ने की लड़के और लड़की में समानता की वकालत
By Deshwani | Publish Date: 20/11/2017 4:31:45 PMनई दिल्ली, (हि.स.) । भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने सोमवार को लड़के और लड़की में समानता की वकालत करते हुए कहा कि हर माता-पिता को अपने पुत्र और पुत्री में भेदभाव नहीं करना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) द्वारा सोमवार को बाल दिवस के अवसर पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि माता-पिता बेटे और बेटी को समान आजादी दे। उनपर अपने सपनों को न थोपें। खासकर लड़कियों का आदर करें और उन्हें लड़कों की तरह ही पूरी आजादी दे। सचिन ने अपना उदाहरण भी दिया कि उनके पिता ने उन्हें खेलने की आजादी दी जिसकी वजह से आज वो यहां हैं।
उन्होंने कहा कि घर के माताएं परिवार की रीढ़ होती हैं, ये जरूरी है कि बच्चियों को शुरू से पढाये लिखाएं और आने वाले समय में वो अच्छी तरह से किसी घर को चला सकें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बच्चों के लिए शिक्षा काफी जरूरी है। खासकर लड़कियों को। ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में उन्हें शिक्षा ग्रहण करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रमुख कारणों में शौचालय और साफ पानी है। इसके अलावा माता-पिता को भी इस बारे में सोच बदलने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर सचिन ने दिव्यांग बच्चों के साथ क्रिकेट खेला और उन्हें क्रिकेट से संबंधित बारिकीयां भी सिखाई।