गुवाहाटी । विभिन्न मांगों को लेकर असम के परिवहन से जुड़े संगठनों द्वारा आहूत चक्का जाम के दौरान सोमवार की सुबह से ही सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही प्रभावित देखी जा रही है। चक्का जाम की वजह से बस स्टैंड, स्कूल जाने वाले, ऑफिस जाने वाले और अन्य यात्रियों की भीड़ देखी जा रही है। एक-आधे असम स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की बसों के अलावा सड़क पर सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियां नहीं के बराबर चल रही हैं। हालांकि, निजी वाहनों के आवाजाही में कोई रुकावट नहीं आई है।
असम के प्रायः सभी जिलों में कमोवेश यह चक्का जाम आंदोलन सफल हो रहा है लेकिन इसका सर्वाधिक असर निचले असम के ग्वालपाड़ा जिले में देखा जा रहा है। ग्वालपाड़ा जिले के कृष्णाई, दुधनै, रंगजुली, धूपधारा आदि स्थानों पर गाड़ियों को रोके रखा गया है। लोग जगह-जगह फंसे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि इस बंद का आयोजन ऑल असम पथ परिवहन संस्था द्वारा किया गया है। इनकी मुख्य मांगों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाने, पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे से बाहर रखने, परिवहन कार्य में लगे लोगों को विशेष सुविधाएं देने के साथ ही ई-रिक्शा को विभिन्न जिलों में चलने की अनुमति देने समेत अन्य कई मांगे शामिल हैं।
इस बंद के आह्वान किए जाने के बावजूद संगठनों से बात करके बंद को वापस करवाने के लिए स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने को लेकर लोग सोमवार को गंभीर परेशानियों में फंसे हुए हैं। आंदोलनकारियों ने गुवाहाटी शहर में विभिन्न स्थानों पर चल रहे ट्रैक्टर, टाटा मैजिक, ई-रिक्शा से पैसेंजरों को उतारकर गाड़ियों को रोक लिया है। यह बंद शाम के पांच बजे तक आहूत किया गया है।