लखनऊ, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश पुलिस के डायल-100 भवन के सभागार में बुधवार को आठ राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के कोआर्डिनेटर कमेटी की बैठक हुई। इसमें एसएसबी, आरपीएफ, सीआईएसएफ और सीआरपीएफ के भी अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
उत्तर भारत के राज्यों में समन्वय बनाये रखने को पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह की अध्यक्षता में नार्दन रीजन पुलिस कोआर्डिनेटर कमेटी की बैठक लखनऊ के यूपी 100 भवन में हुई। बैठक में आठ राज्यों के पुलिस महानिदेशकों को पहुंचना था, लेकिन अन्य कारणों से हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशकों का पहुंचना नहीं हो सका।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए रीजन के सहयोगी राज्यों के सहयोग की जरूरत है। यूपी पुलिस बेहतर कार्य करे, इसके लिए आधुनिक तकनीक से जुड़कर एक दुसरे की सहयोगी की आवश्यकता है। जिससे संगठित अपराध पर नियंत्रण लगाया जा सके।
यूपीकोका को प्रदेश में लाने की बात रखते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र जैसे राज्य में अपराधी को कमजोर करने, उनके तंत्र पर लगाम लगाने के लिए मकोका बना था। उसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश में यूपीकोका बनने जा रहा है। प्रदेश में माफिया तंत्र के पंख को कतरने की जरूरत पर यूपीकोका काम करेगा।
प्रमुख मुद्दों पर राज्यों के पुलिस महानिदेशकों ने रखी राय
विभिन्न राज्यों के पुलिस महानिदेशकों ने प्रमुख मुद्दों साइबर अपराध, अंतरराज्यीय सीमा विवाद, मादक पदार्थ तस्करी, हथियार तस्करी, वाहनों की सीमा पार कर चोरी, डिजास्टर प्रबंधन, कम्युनिटी पुलिसिंग, पुलिस वेलफेयर तथा तत्काल राहत पर अपनी राय रखी।
पुलिस को अत्याधुनिक हथियारों की आवश्कता
बैठक में राज्यों के आला पुलिस अधिकारियों ने बदलते समय के साथ ही पुलिस के लिये अत्याधुनिक हथियारों की आवश्कता पर जोर दिया। इस पर पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह ने उत्तर प्रदेश से जुड़े किसी प्रकार की मदद के लिये तैयार रहने की बात रखी।