टोहाना, (हि.स.)। गांव समैण में जाट आरक्षण संघर्ष समिति में रैली के दौरान यशपाल मलिक से मारपीट के बाद गुस्साए कन्हड़ी गांव के ग्रामीणों ने घटना के विरोध में नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया था, जिसके बाद उन्होंने सरकार व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की थी। थाना शहर पुलिस ने उप मंडलाधीश टोहाना के ड्राइवर शमशेर सिंह की शिकायत पर एसडीएम की गाड़ी पर पथराव करने व मारपीट करने के प्रयास की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गुरुवार को पुलिस को दी शिकायत में जींद के गांव खरडवाल निवासी शमशेर सिंह ने बताया कि वह एसडीएम टोहाना की गाड़ी में बतौर ड्राइवर काम करता है। 14 अगस्त को गांव समैण में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की बैठक चल रही थी कि इस दौरान वहां दो गुटो में हाथपाई हो गई।
इसकी सूचना जब एसडीएम सरजीत नैन को लगी तो वे मामले को शांत करवाने के लिए टोहाना से रवाना हुए। जब वे गांव कन्हड़ी में बस अड्डे के नजदीक पंहुचे तो वहां ग्रामीण पालाराम, भगत सिंह नंबरदार की अगुवाई में 50-60 लोग मौजूद थे जो हाथ में लाठी-डंडा लिए खड़े थे।
एसडीएम ने उन्हें समझाकर जाम हटाने का प्रयास किया, लेकिन जब ग्रामीण नहीं माने तो उन्होंने एसडीएम साहब को चोट पहुंचाने का प्रयास किया व गाड़ी में बैठने का प्रयास किया। एसडीएम ने अपनी जान बचाने के लिए गाड़ी का बैक गियर लगाकर बचाव किया, लेकिन फिर भी ग्रामीणों ने पथराव किया जिसके चलते गाड़ी के आगे का शीश टूट गया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि उक्त लोगों ने आम लोगों का रास्ता रोकर आने-जाने वालों के रास्ते में बाधा डाली। उन्होंने आने-जाने वाले लोगों को जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने उक्त लोगों के खिलाफ धारा 148, 149, 341, 283, 427, 506 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारी रामभगत सिंह मामले में जांच कर रहे हैं।
थाना शहर प्रभारी रणधीर सिंह ने बताया कि एसडीएम साहब के ड्राइवर ने शिकायत में बताया कि गांव समैण में जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष की रैली में जो हमला हुआ है। उसके विरोध में कन्हड़ी में जाम लगा हुआ है जिसके बाद वे जाम खुलवाने जा रहे थे, तभी उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ा गया है।