आजमगढ़, (हि.स.)। रमजान के पवित्र माह के 28वें रोजे के अवसर पर शनिवार को विभिन्न स्थानों पर आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी में गंगा जमुनी तहजीक की झलक दिखी। जाति धर्म से उपर उठकर हिंदू मुसलमानों ने एक साथ बैठकर इफ्तार किया। इस दौरान राष्ट्रीय एकता और अखंडता पर बल दिया गया।
मुबारकपुर नगर के पुराखिजिर मुहल्ले में स्थित सालेहा साइबर कैफे पर रोजा इफतार का आयोजन किया गया। मौलाना मुहम्मद जावेद चिश्ती ने कहा कि रमजानुल मुबारक महीना गरीबों मजलूमों की सहायता व नेक कार्यां के लिए विशेष है। हर इंसान को अपने आस पड़ोस के लोगों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि वह भूखे न रह जायें।
इस अवसर पर मौलाना रहमतुल्लाह मिस्बाही, मुख्तार अहमद जे, काजी मुहम्मद इद्रीस अंसारी, काजी अजीजुर्रहमान अंसारी, हाफिज रेयाज अंसारी, तहजीब अनवर अंसारी, अनवर अली, मुहम्मद शकेब अनवर अंसारी, दिनेश मौर्या, अभिमन्यु शर्मा, नोमान अहमद अंसारी, कलीम आजमी, राजु यादव, प्रदीप कुमार मिश्रा, मनीष श्रीवास्तव, हबीब अशरफ, जफर खालिद, इरशाद अहमद, अरशद, जमशेद अहमद अंसारी, मुकर्रम अंसारी आदि उपस्थित थो।
इसी क्रम में कुरैशी समाज द्वारा नगर क्षेत्र के तकिया मुहल्ले में एक मिनारा मस्जिद के समीप सामूहिक रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया। जहां भारी संख्या में हिन्दू मुस्लिम भाईयों ने एक साथ बैठकर रोजा खोला और गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की। सभासद शहजाद कुरैशी ने कहा की इफ्तार पार्टी आपसी सौहार्द व भाईचारे को मजबूत बनाता है क्योंकि ऐसे आयोजनों से मुस्लिम भाइयों के साथ ही हिंदू भाइयों का समावेश होता है जो रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है। इस मौके पर अब्दुल्ला कुरैशी, नजमी कुरैशी, शाहिद आजमी, परवेज अंसारी, मुन्ना कुरैशी, बबलू कुरैशी, गोलू सिंह, महेन्द्र यादव, रविन्द्र सिंह, मो आसिफ आदि उपस्थित थे।