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नेपाल में वामपंथी सरकार बनना तय
By Deshwani | Publish Date: 12/12/2017 7:45:23 PM
नेपाल में वामपंथी सरकार बनना तय

काठमांडू, (हि.स.)। नेपाल में वामपंथी गठबंध की सरकार बनना लगभग तय हो गया है। इस गठबंधन को भले ही दो तिहाई बहुमत नहीं मिले, लेकिन स्पष्ट बहुमत जरूर मिल जाएगी।

275 सीटों वाली प्रतिनिधि सभा में 165 सीटें प्रत्यक्ष चुनाव (फर्स्ट पास्ट दि पोस्ट) के ज़रिये तथा 110 सीटें समानुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली से तय होनी हैं। 165 सीटों के लिए हुए प्रत्यक्ष चुनाव में नेकपा (यूएमएल) और नेकपा (माओवाद सेंटर) को अब तक 114 सीटें हासिल हो चुकी हैं। इनमें यूएमएल को 76 और माओवादियों को 38 सीटें मिली हैं। और 7-8 सीटों पर उनकी बढ़त जारी है।

विदित हो कि दोनों वाम दलों ने क्रमश: 103 और 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। देश की सबसे पुरानी और भारत समर्थक समझी जाने वाली नेपाली कांग्रेस के सबसे ज़्यादा 153 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन उसे महज़ 21 सीटों पर ही कामयाबी मिली है। इसके अलावा मधेशी पाटियों को 21 और छह सीटें निर्दलीय समेत अन्य दलों को मिली हैं।

नेपाली कांग्रेस की इतनी बुरी हालत पहले कभी नहीं हुई थी। राजतंत्र और हिन्दू राष्ट्र समर्थक पार्टियों को जनता ने पूरी तरह नकार दिया है। राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी को केवल एक सीट मिली है, जबकि हिन्दू राष्ट्र और राजतंत्र के प्रबल समर्थक कमल थापा चुनाव हार गए हैं।

अब इन पार्टियों को समानुपातिक प्रतिनिधित्व के खाते से ही कुछ मिलने की उम्मीद है। देश के कुल सात प्रदेशों के चुनाव नतीजे भी कमोबेश ऐसे ही हैं। केवल 2 नंबर के प्रदेश में वामपंथियों की स्थिति कमज़ोर है, जबकि शेष छह प्रदेश में भी वामपंथियों की ही सरकार बनेगी।
साल 2008 जब से नेपाल में गणतंत्र की स्थापना हुई, अब तक किसी सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया। अब नेपाल में राजनीतिक स्थिरता का दौर शुरू हो सकेगा।

नेपाल में वामपंथियों की ये जीत ऐसे समय हुई है जब भारत सहित दुनिया के विभिन्न देशों में दक्षिणपंथी ताकतें सत्ता पर काबिज होती जा रही हैं। भारत में भी आज वही लोग सत्ता में हैं जो नेपाल को फिर से हिन्दू राष्ट्र बनाने का सपना संजोये हुए हैं।

 

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