नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ बैठक के दौरान क्षेत्रीय मुद्दों सहित द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की। मोदी ने दोनों पक्षों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले रूहानी का हैदराबाद हाउस में स्वागत किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, "दोनों नेताओं के बीच व्यापार, निवेश, ऊर्जा, संपर्क, रक्षा एवं सुरक्षा में सहयोग सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई।" इससे पहले शनिवार को रूहानी हैदराबाद से नई दिल्ली पहुंचे। इस दौरान उनका राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। मोदी साल 2016 में ईरान दौरे पर गए थे। बीते 10 वर्षों में ईरान के किसी राष्ट्रपति का यह पहला भारत दौरा है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार को ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात कर ऊर्जा एवं कनेक्टिविटी सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। इस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, "दोनों नेताओं के बीच चर्चा के दौरान ऊर्जा, कनेक्टिविटी, आईटी, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने पर चर्चा हुई।" रूहानी शुक्रवार शाम को हैदराबाद से नई दिल्ली पहुंचे थे। उनका राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया गया। बीते 10 वर्षों में ईरान के किसी राष्ट्रपति का यह पहला भारत दौरा है।
भारत दौरे पर आए ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी को शनिवार को नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया. हसन रूहानी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ एक छोटी-सी मुलाकात भी की। इसके बाद वे राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। हसन रूहानी शुक्रवार को हैदराबाद से दिल्ली पहुंचे हैं.
इससे पहले ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने बीते शुक्रवारको हैदराबाद में दुनियाभर के मुस्लिम समुदाय से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि अगर वे एकजुट रहें तो अमेरिका कभी यरूशलम को इस्राइल की राजधानी के तौर पर घोषित करने की हिम्मत नहीं दिखायेगा। रूहानी भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आये हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग यह सोचते हैं कि इस्लाम ‘‘हिंसा एवं आतंकवाद’’ का धर्म है, उनका आकलन गलत है. रूहानी हैदराबाद में ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में आयोजित एक मुस्लिम सभा को संबोधित कर रहे थे।