नई दिल्ली, (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं ने आतंकवाद पर रोक लगाने से पहले पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं करने की राष्ट्रीय नीति का उल्लंघन किया है जिसके लिए कांग्रेस नेतृत्व को देश से माफी मांगनी चाहिए।
वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खुलासे के लिए उनसे माफी मांगने की बजाए कांग्रेस नेताओं को पाकिस्तानी राजनयिकों के साथ बैठक करने के दुस्साहस पर देश से माफी मांगनी चाहिए।
श्री जेटली ने पूछा कि कांग्रेस नेताओं ने पाकिस्तान के बारे में घोषित राष्ट्रीय नीति के विरूद्ध जाकर ‘डिनर डिप्लोमेसी’ जैसा दुसाहस क्यों किया? अचानक बुलाए गए एक संवाददाता सम्मेलन में केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से पूछा कि वर्तमान समय में पाकिस्तान के पूर्व विदेशमंत्री और पाकिस्तान उच्चायुक्त के साथ बैठक का क्या औचित्य था और उसमें क्या बातचीत हुई, क्या वह उसे सार्वजनिक करेंगे।
अरूण जेटली ने कहा कि विपक्ष राष्ट्रीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। उससे राष्ट्रीय नीति के अनुरूप आचरण की अपेक्षा की जाती है। कांग्रेस ने आतंकवाद को रोक लगाने से पहले पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं करने की नीति का उल्लंघन किया है जिसके लिए कांग्रेस नेतृत्व को माफी मांगनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि कल से ही पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की कुछ पाकिस्तानी नेताओं के मणिशंकर अय्यर के घर हुई बैठक बहस का मुद्दा बनी हुई है। पहले कांग्रेस ने इस तरह की बैठक को खारिज किया। फिर उसे स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उसे मुद्दा बनाये जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
इसी क्रम में आज पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज एक वक्तव्य जारी कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से माफी मांगने की मांग की थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अरूण जेटली ने कहा कि सरकार की घोषित नीति है कि हम आतंकवाद और संवाद दोनों साथ-साथ नहीं चलाएंगे। यह बात ओर है कि श्री अय्यर का रूख इस राष्ट्रीय नीति से अलग है तथा वह आतंकवाद चलता रहे और वार्ता भी चलती रहे इस बात के समर्थक हैं।
श्री जेटली ने आश्चर्य व्यक्त किया कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने मणिशंकर अय्यर जैसे व्यक्तियों के रूख पर क्यों हामी भरी और श्री अय्यर के निमंत्रण पर पाकिस्तानी नेताओं के साथ ‘डिनर डिप्लोमेसी’ का दुस्साहस किया। इस पर शर्मिंदा होने की बजाए वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से माफी मांगने को कह रहे हैं क्योंकि उन्होंने इसे सार्वजनिक कर दिया। वास्तव में माफी तो कांग्रेस नेताओं को मांगनी चाहिए।
पाकिस्तान और आतंकवाद के बारे में मोदी सरकार के रूख को स्पष्ट करते हुए अरूण जेटली ने कहा कि अब यह समाचार पत्रों में स्पष्ट है कि हम कश्मीर में किस नीति पर चल रहे हैं। भारत की सरकार आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है। इसके बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा उसपर सवाल उठाना समझ से परे है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अपनी कथित ईमानदार छवि को कांग्रेस ढाल बनाकर प्रस्तुत कर रहे है।