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केरल में नहीं चलेगी हिंसा की राजनीति : अमित शाह
By Deshwani | Publish Date: 17/10/2017 9:31:08 PM
केरल में नहीं चलेगी हिंसा की राजनीति : अमित शाह

 तिरुवनंतपुरम/नई दिल्ली, (हि.स.)। भाजपा द्वारा केरल में माकपा के द्वारा राजनीतिक हिंसा के विरुद्ध चलाई जा रही जनरक्षा यात्रा 14 दिन बाद आखिरी पड़ाव तिरुवनंतपुरम पहुंची। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आखिरी दिन इस यात्रा में शामिल हुए और करीब 4 किलोमीटर पैदल यात्रा करते हुए सभास्थल पहुंचे। शाह ने सभास्थल पर माकपा की हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं को श्रद्धासुमन अर्पित की| उसके बाद शाह ने यहां लाल हिंसा और लाल जिहाद की लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया । प्रदर्शनी में लाल आतंक द्वारा मारे गए कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई। शाह ने यहां दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। 

रैली को सम्बोधित करते हुए अमित शाह ने भाषण की शुरुआत भारत माता की जय के नारे के साथ माकपा हिंसा के खिलाफ संकल्प दिलवाया। शाह ने कहा, 'यह जनरक्षा यात्रा राज्य के उत्तर में कन्नूर से प्रारम्भ होकर दक्षिण में त्रिवेंद्रम में समाप्त हो रही है। प्रतिदिन 15 किलोमीटर 11 जिले में होते हुए 140 किलोमीटर चलकर यह पदयात्रा आज यहां पहुंची है। इस यात्रा में 2 लाख 25 हजार कार्यकर्ता शामिल हुए। इस यात्रा में जबरदस्त जनसमर्थन दिखाई दिया है। इसके लिए केरल की जनता का आभार प्रकट करता हूँ। इस यात्रा को हमें क्यों लेकर चलना पड़ा, क्योंकि भाजपा और संघ संगठन का कार्य करने वालों को माकपा द्वारा जान से मार दिया जाता है। आजादी के 70 साल बाद कम्युनिस्ट पार्टी समझती है कि हिंसा से भाजपा की विचारधारा को दबा सकते हैं तो मैं उनको स्पष्ट कहना चाहता हूं कि भाजपा रुकने वाली नहीं है। मैं केरल के मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं क्या उनको जनादेश निर्दोष कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए दिया गया है? सरकार की रचना के बाद ही संघ और भाजपा के 13 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई| सबसे ज्यादा हत्या स्वयं मुख्यमंत्री के गृह जिले में हुई है| क्या मुख्यमंत्री इसकी जिम्मेदारी लेंगे? मुख्यमंत्री साहब, स्पर्धा करनी है तो विकास, गरीबी को दूर करने के लिए करिए, हिंसा के लिए नहीं।' शाह ने कहा, 'वामपंथियों द्वारा हिंसा का एक लंबा इतिहास रहा है| केरल में जब-जब माकपा का शासन आया है, हिंसा बढ़ी है। 1996 से 2001 तक 30 लोग और इस बार आंकड़ा और बढ़ रहा है। केरल, त्रिपुरा, बंगाल में राजनीतिक हिंसा माकपा की संस्कृति बन गई है।' शाह ने माकपा को चुनौती देते हुए कहा, 'कांग्रेस का समापन भ्र्ष्टाचार ने किया है और माकपा का सफाया इस राजनीतिक हिंसा के चलते होना तय है। जनरक्षा यात्रा केरल में ही नहीं दिल्ली से लेकर हर राज्य की राजधानी में माकपा के खिलाफ भाजपा ने प्रदर्शन किया है। दिल्ली में प्रतिदिन दो लोकसभा के कार्यकर्ताओं ने माकपा मुख्यालय पर प्रदर्शन किया है। शाह ने कहा, '3 अक्टूबर को ह्यूमन राइट चैंपियन और मोमबती गैंग से मैंने अपील की थी कि हमारी विचारधारा के 13 लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई है।
 
कृपया हमारे लिए भी प्रदर्शन करिए।' मैंने केरल के मुख्यमंत्री का एक बयान देखा जिसमे वो आरोप लगाते हैं कि भाजपा विकास से ध्यान भटकाने के लिए जनरक्षा यात्रा निकाल रही है| उनको मैं कहना चाहता हूं, खुले मंच से कि विकास के लिए हमारे दिल और दरवाजे हमेशा खुले हैं।' शाह ने केरल को केंद्र द्वारा दिए गए विकास राशि का ब्यौरा पेश करते हुए कहा कि आज हम अपना हिसाब दे रहे हैं| क्या विजयन मेरे 13 कार्यकर्ताओं की हत्या का हिसाब देंगे। शाह ने कहा, ' 'इस यात्रा के दौरान ही कन्नूर में विजयन ने हमारे कार्यकर्ता की हत्या में शामिल एक आरोपी को अपना मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया है, शर्म आनी चाहिए।'
 
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