नई दिल्ली, (हि.स.)। वित्तमंत्री ने धनतेरस के मौके पर मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एमसीएक्स) में सोने के कारोबार के विकल्प का शुभारंभ करते हुए कहा कि इससे पीली धातु के कारोबार को व्यवस्थित करने में सहायता मिलेगी।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा, ‘‘यह पीले मेटल के व्यापार में बहुत ही महत्वपूर्ण विकास का प्रतीक है। इसकी बढ़िया शुरुआत हुई है और मुझे यकीन है कि जहां तक व्यापार का विषय है और इस क्षेत्र में काम करने वाले पूरे उद्योग का विषय है| यह साहसिक कार्य बेहद उपयोगी और सफल होंगे।’’
वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि सरकार सोने के कारोबार को संगठित करना चाहती है जिसका लाभ ग्राहकों, जौहरियों और इसमें कारोबार करने वाले अन्य लोगों को मिलेगा। यह भविष्य के कारोबारी महौल के अनुरूप है।
एमसीएक्स के चेयरमैन सौरभ चंद्र ने कहा, ‘‘14 साल पहले शुरू हुए आधुनिक कमोडिटी डेरिवेटिव ट्रेडिंग के बाद से यह सबसे महत्वपूर्ण सुधारात्मक उपायों में से एक है। चरणबद्ध तरीके से कमोडिटी मार्केट को विकसित और एकीकृत करने के लिए सरकार और सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) बहुत सावधानीपूर्ण प्रयास कर रही है। हम इसे समर्थन देते हैं।’’
एमसीएक्स का कहना है कि सोने के विकल्प की सफलता के बाद अन्य जिंसों मसलन कपास, कच्चा पाम तेल, चांदी और तांबा के विकल्प कारोबार की भी अनुमति लेगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री अरुण जेटली उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे। आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष डॉ. बिवेक देबराय और वित्त सचिव अशोक लवासा इस अवसर पर उपस्थित थे।