नई दिल्ली, (हि.स)। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने ट्रिपल तलाक और लैंगिक समानता के विषय पर यहां एक परिचर्चा का आयोजन किया| परिचर्चा की अध्यक्षता भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व लोकसभा सांसद पूनम महाजन ने की| परिचर्चा में हाई कोर्ट के पूर्व न्यायधीश कुदूसू और मानवाधिकार कार्यकर्ता शबनम खान ने भाग लिया|
यहां कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित इस परिचर्चा को संबोधित करते हुए भाजयुमो की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम महाजन ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार, ट्रिपल तलाक के खिलाफ आवाज़ उठाने वाली सभी बहनों के साथ है| उन्होंने कहा की आज के आधुनिक, नए भारत में ट्रिपल तलाक जैसी प्रथा की कोई जगह नहीं है | एक अंग्रेज़ी राष्ट्रीय दैनिक में छपी एक इस्लाम बुद्धिजीवी के वक्तव्य का हवाला देते हुए उन्होंने कहा की, ट्रिपल तलाक के बारे में पैंगबर मोहम्मद ने कुछ कहा ही नहीं था|
अपनी सहूलियत के लिए पुरुषों ने इसे बाद में इजाद किया| यह प्रथा महिलाओं के मान-सम्मान के खिलाफ है और प्रधानमंत्री जी के लैंगिक समानता के संकल्प को खण्डित करती है|
परिचर्चा में बोलते हुए महाजन ने बताया की यह दुखद है 21वीं सदी के हिंदुस्तान में ट्रिपल तलाक जैसी प्रथाएं जीवित हैं | इस प्रथा से हमारी मुस्लिम बहनें भयभीत और असुरक्षित महसूस करती हैं | समाज के सामूहिक विकास के लिए महिला समानता होना अनिवार्य है| दुनिया में कई ऐसे मुस्लिम देश हैं, जहां बरसों पहले ही ट्रिपल तलाक को बैन कर दिया गया था| इन देशों की सूची में, तुर्की, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के नाम भी शामिल हैं|
ट्रिपल तलाक इस्लाम के अनुसार नहीं है बल्कि इसे ओमयाद ने आरंभ किया और तलाक देने के लिए जायज तरीका भी ठहराया | युवा मोर्चा, युवा भारत की युवतियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए प्रतिबद्ध है | युवा मोर्चा ऐसी कूरीतियों के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करता रहेगा।