नई दिल्ली, (हि.स.)। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ. जगदीश मुखी ने पोर्ट ब्लेयर में आज भारतीय नौसेना में ‘आईएन एलसीयू एल52’ को शामिल किया। भारतीय नौसेना में शामिल होने वाली ‘आईएन एलएसयू एल52’ दूसरी लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी (एलसीयू) एमके-4 के श्रेणी की है।
इस जहाज को गार्डेन रीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स, कोलकाता द्वारा स्वे्दशी डिजाइन से निर्मित किया गया है। एल52 को नौसेना में शामिल किया जाना देश की स्वदेशी डिजाइन और जहाज निर्माण क्षमता को दर्शाता है।
रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि एलसीयू एमके-4 जहाज एक ऐसा जहाज है, जो मुख्य लड़ाकू टैंकों, बख़्तरबंद वाहनों, सैनिकों और उपकरणों को जहाज से किनारे तक लाने में प्राथमिक भूमिका निभाता है। इन जहाजों को अंडमान और निकोबार कमान में रखा जाएगा और इन्हेंत समुद्र तट पर संचालन, तलाशी व बचाव, आपदा राहत संचालन, आपूर्ति और पुनःपूर्ति एवं निकासी जैसे कामों को पूरा करने के लिए तैनात किया जा सकता है।
कमांडर कौशिक चटर्जी की कमान वाले इस जहाज में 05 अधिकारी और 46 नाविक होंगे। इसके अलावा 160 सैनिक भी होंगे। यह जहाज मुख्या युद्धक टैंकों अर्जुन, टी72 और अन्यर वाहनों जैसे विभिन्नज प्रकार के युद्ध उपकरणों के परिवहन में सक्षम हैं। यह जहाज अत्यायधुनिक उपकरणों और एकीकृत ब्रिज सिस्टीम (आईबीएस) एवं समेकित प्लेरटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टयम (आईपीएमएस) जैसे उन्नत सिस्टम से सुसज्जित है।
इसी श्रेणी के बाकी 6 जहाजों का निर्माण जीआरएसई, कोलकाता में अंतिम चरणों में है। इन्हें भी अगले दो वर्षों में नौसेना में शामिल किया जाना है। इनके शामिल किए जाने से देश की समुद्री सुरक्षा की जरूरतें पूरी करने में मदद मिलेगी और यह प्रधानमंत्री के 'मेक इन इंडिया' अभियान के अनुरूप है।