बिहार
समाज में एकता और प्रेम से देश बढ़ेगा- मुख्यमंत्री
By Deshwani | Publish Date: 28/6/2017 6:44:44 PMपटना, (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहा है कि आज समाज में सबसे बड़ी जरूरत है आपस में प्रेम और भाईचारा का। लोगों के बीच आपस में प्रेम और भाईचारा का भाव रहेगा तो हमारा देश आगे बढ़ता रहेगा। हमें समाज में एकता और प्रेम का भाव बनाये रखना है।
कुमार बुधवार को यहां अंजुमन इस्लामिया में जमीअत उलेमा-ए-हिन्द बिहार के तत्वावधान में आयोजित ईद मिलन समारोह में शामिल हुये। उन्होंने कहा कि आज नशामुक्ति पर अन्तर्राष्ट्रीय दिवस का आयोजन किया गया है। बिहार में मुस्तैदी से शराबबंदी लागू है। इसे नशामुक्ति की तरफ ले जाना है। दूसरे तरह के मादक पदार्थों के सेवन से लोगों की जिन्दगी बर्बाद होती है। इसके विरुद्ध जन जागृति लाने के लिये कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर धर्म और मजहब के लोग शराबबंदी के पक्ष में हैं। शराबबंदी सभी धर्म और मजहब के लोगों को जोड़ती है। शराबबंदी का असर काफी अच्छा हुआ है। हम पूरे समाज को नशामुक्त करना चाहते हैं। हम जब तक हैं, तब तक इससे डिगेगे नहीं। सबको मिलकर इस पर काम करना है। सिर्फ सरकारी तंत्र से कामयाबी नहीं मिलेगी, सबका सहयोग जरूरी है। यह कुदरती चीज है कि कुछ लोग इसका विरोध करेंगे। हम उनको समझाने का काम करते हैं। शराबबंदी से समाज में कितना बदलाव आया है। अपराध की संख्या घटी है, दुर्घटना की घटनाओं में कमी आयी है। आज घर-घर का माहौल बदल गया है, लोगों का पैसा बच रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम समाज में सुधार लाने के लिये बाल विवाह और दहेज प्रथा के विरुद्ध भी सशक्त अभियान चलायेंगे। बाल विवाह का बहुत बुरा परिणाम हो रहा है। बिहार में नाटेपन की समस्या बढ़ रही है, जिसका एक प्रमुख कारण बाल विवाह है। उसी तरह दहेज पहले अमीर लोगों के बीच था, अब दहेज का प्रचलन सभी वर्गों में हो गया है। इससे मुक्ति दिलाना जरूरी है। लोगों से अपील की कि वे दहेज लेन-देन वाली शादी में शामिल न हों। समाज को बदलने के लिये तथा समाज में अच्छा माहौल बनाने के लिये हम हमेशा प्रयास करते रहेंगे।
इस अवसर पर जमीअत उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी, महासचिव जमीअत उलेमा-ए-हिन्द मौलाना हुस्न अहमद कादरी, नाजिम एमारत-ए-शरिया मौलाना अनीसुर्रहमान कासमी, पूर्व मंत्री श्याम रजक, पूर्व सांसद डाॅ.एजाज अली, पूर्व विधान पार्षद असलम आजाद एवं गुलाम गौस सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।