दुमका (हि. स.)। जिले के जरमुंडी थाना क्षेत्र के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बाबा बासुकीनाथ धाम में भीषण अगलगी से दो दर्जन दुकान जलकर राख हो गये। अगलगी में करीब एक करोड़ 50 लाख से अधिक की क्षति आंकी गई है। घटना बीते रात करीब डेढ़ बजे घटी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग तब लगी जब बाराती पार्टी आतिशबाजी कर वापस लौट गई थी। बताया जाता है की आतिशबाजी के चिंगारी से लगी है। ग्रामीणों का मानना है कि आग लगने का दूसरा कोई अन्य कारण नहीं है। हालांकि कई होटलों में भी जलती भट्टी छोड़ देने की सूचना प्रशासन को मिली है। आग पर काबू पाने में स्थानीय प्रशासन के तत्परात पर भी लोगों ने सवाल खड़े किये है। स्थानीय लोगों की माने तो आग लगने का समय लगभग डेढ़ बजे मध्य रात्रि है। घटना की सूचना करीब दो बजे जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख, भाजपा नेता रविकांत मिश्रा, धर्म रक्षिणी सभा अध्यक्ष मनोज पंडा सहित स्थानीय प्रषासन को दी गई। घटना की सूचना पाते ही लगभग 2 बजकर 10 मिनट पर थाना की पेट्रोलिंग पार्टी घटना स्थल पर पहुंची। घटना के सूचना मिलते ही करीब 45 मिनट बाद जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख घटनास्थल पर पहुंची। आग पर काबू पाने के लिए देवघर से दमकल गाड़ी करीब 3 बजे एवं दुमका से दुमका से 3 बजकर 20 मिनट पर दमकल की गाड़ी पहुंची। वहीं घटना के लगभग 8 घंटा बाद करीब 11 बजे दुमका अनुमंडल पदाधिकारी सह वासुकीनाथ मंदिर न्यास समिति सचिव राकेश कुमार घटनास्थल पर पहुंचे।यहां बता दें कि बासुकीनाथ धाम में विवाह करने के लिए आने वाले वर-वधु पक्ष कि ओर से आतिशबाजी की जाती है। जिसके चिंगारी से इस घटना से पूर्व तीन बार और आग लग चुकी है।
घटना के संदर्भ में स्थानीय भाजपा नेता रवि कांत मिश्रा बताया कि बासुकीनाथ की यह चौथी घटना है। यह चारों घटनाएं बराती पार्टी द्वारा आतिशबाजी करने के बाद ही हुई है। इसको रोकने के लिए कई बार प्रशासन और स्थानीय लोगों के साथ बैठके हुई। निर्णय लिया गया कि 10 बजे के बाद किसी भी हालत में डीजे और आतिशबाजी का प्रयोग नहीं होगा। लेकिन इसके बावजूद इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई।
पंडा धर्म रक्षिणी सभा अध्यक्ष मनोज पंडा घटना को दुखद बताया। उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास रहा है और आगे भी रहेगा किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए संभव सभा तैयार रहेगी। प्रशासन के पहल को ध्यान में रखकर व्यक्तिगत रुप से स्थानीय जनप्रतिनिधि के रुप से जो भी पहल करना होगा, उसे अवष्य किया जायेगा।
स्थानीय विधायक बादल पत्रलेख ने बताया कि उपायुक्त और पुलिस कप्तान से बात हो रही है। उन्हें बुलाकर यहां बताना चाहेंगे कि आश्वसान भी आग के कारणों को रोक के दिशा में सकारात्मक प्रयास नहीं किया गया है। बार-बार मंदिर न्यास बोर्ड के लिए दमकल की मांग किया जा रहा था। उपायुक्त के माध्यम से राज्य सरकार को प्रतिवेदन सौंप जायेगा। आने वाले विधानसभा सत्र में इस समस्या के समाधान को लेकर मुद्दे उठाये जायेंगे।
इधर मामले में एसडीओ सह मंदिर न्यास समिति सचिव राकेश कुमार ने बताया कि घटना 3 बजे घटी है। घटना स्थल पर दमकल 3 बजकर 15 मिनट पर पहुंच गई है। अगर समय पर दमकल नहीं पहुंचती तो 24 के बदले 240 दुकानें जल राख हो सकती थी। आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। बिजली के नंगे तार पर भी कार्रवाई की जायेगी। आतिशबाजी से आग लगने की घटना से एसडीओ ने इंकार किया है। इधर सीओ को नुकसान होने वाले दुकानदारों को चिन्हित कर 15 दिनों के अंदर निर्धारित मुआवजा देने का आदेश दिया है।
इन दुकानों में 23 दुकानों में लगी आग
इस घटना में सबसे ज्यादा नुकसान कपड़ा व्यवासयी मंटु प्रसाद गुप्ता, संजय कुमार गुप्ता, किराना दुकान सुरोजीत मंडल, सब्जी दुकान मुन्ना साह, तारा देवी, कनकी देवी, मधुवती देवी, हेमा देवी, संकलवती देवी, चायदुकान जगन्नाथ महतो, होटल आशुतोष पंडा, संजय कुमार गुप्ता, आचार दुकान सुचित मंडल, पान दुकान भुगल ठाकुर, बमबम सेन एवं सनातन शामिल है। डलिया दुकान मुकेश कुमार गुप्ता, चप्पल एवं जुटा दुकान मो मनोवर, नास्ता दुकान पिंटू मंडल है। इलेक्ट्राॅनिक दुकान उज्जवल कुमार पांडेय एवं प्रसाद दुकान गोपाल साह एवं कप्यूटर दुकान संजीव मंडल सहित 23 दुकानों में आगलगी से नुकसान हुई है।