झारखंड
लाह की चूड़ियों की खनक से गूंज उठा आईआईटीएफ
By Deshwani | Publish Date: 24/11/2017 10:09:59 AMरांची, (हि.स.)। भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2017 में झारखण्ड अपनी कला और संस्कृति के चलते दर्शकों में काफी लोकप्रिय हो रहा है। लोगों के बीच खास आकर्षण का केंद्र बन चुका है। झारखंड पवेलियन में लाह की खूबसूरत चूड़ियों की बिक्री हो रही है। पुराने युग की तरह आज के आधुनिक युग में भी लाह की चूड़ियों का महत्व बरकरार है। आज के फैशन के इस युग में रोजाना नित नए आकार-प्रकार में ढलकर हाथों की शोभा बनने वाले इन कंगनों की वैरायटी इस मेले के ज़रिए नए-नए लुक में देखने को मिल रहे हैं। लाह की चूड़ियां बनाने के लिए झारखण्ड के कारीगरों की एक टीम सुबह से शाम तक चूड़ियां बनाने में जुटी हुई है। यह लोग दर्शकों की डिमांड और व्यापारियों के आर्डर के मुताबिक माल तैयार कर रहे हैं। बता दें कि झारखंड लाह उत्पादन में देश में अव्वल है। लाह उत्पादक और हस्तशिल्पियों को मुकाम मिल रहा है, जिससे किसान और महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। मेले में आने वाले दर्शक पवेलियन में झारखण्ड राज्य की कला और संस्कृति से परिचित होने के साथ-साथ उसका हिस्सा बनना भी पसंद कर रहे हैं। वहीं, झारखण्ड के लोकनृत्य छउ और नागपुरी डांस की परफॉरमेंस के दौरान भी दर्शकों में काफी जोश का माहौल देखने को मिल रहा है। इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि कलाकारों की परफॉरमेंस के बाद पवेलियन में मौजूद दर्शक भी कलाकारों को इन नृत्यों के स्टेप्स सीख रहे हैं। स्टेप्स सीखने के बाद दर्शक कलाकारों के साथ झारखण्ड के लोकगीतों पर पूरी मस्ती से थिरकते हुए भी नज़र आ रहे हैं।