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झारखंड
चारा घोटाला: झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती को 5 वर्ष सश्रम कारावास की सजा
By Deshwani | Publish Date: 22/11/2017 5:26:26 PM
चारा घोटाला: झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती को 5 वर्ष सश्रम कारावास की सजा

 रांची, (हि.स.)। चारा घोटाला मामले में राज्य के पूर्व मुख्य सचिव एवं चाईबासा के तत्कालीन उपायुक्त सजल चक्रवर्ती को अदालत ने पांच वर्ष की सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही चार लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माने की राशि नहीं देने पर सजल को एक वर्ष की अतिरिक्त सजा काटनी होगी। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शंभू लाल साव की अदालत ने बुधवार को यह सजा सुनाई। अदालत ने चारा घोटाला आरसी 20ए/96 मामले में लगे 120 बी, 420, 409, 467, 468, 469, 470, 470ए के अलावा पीसी एक्ट 13 (2) की विभिन्न धाराओं के तहत सजा और जुर्माना लगाया है।

इससे पूर्व अदालत में बचाव और सीबीआई की ओर से बहस हुई। सजल के अधिवक्ता एके मित्रा ने कोर्ट को बताया कि सजल का स्वास्थ्य बहुत खरकिडनी, मेंटल डिसऑर्डर और पेट की कई खतरनाक बीमारियों से वह ग्रसित है। 17 दवाएं रोज लेते हैं। साथ ही कोर्ट के समक्ष डाक्टर की मेडिकल रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि उन्हें कम सजा दी जाये। उनका कैरियर भी ठीक रहा है। इस दौरान सजल से कोर्ट ने पूछा कि आपको कुछ कहना है? सजल ने कहा कि कुछ नहीं कहना है। 

सीबीआई की ओर से वरीय विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह ने कहा कि यह भ्रष्टाचार और घोटाले से जुड़ा मामला है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाये जिससे समाज में अच्छा संदेश जाये। चारा घोटाले का यह मामला आरसी 20ए/96 चाईबासा कोषागार से 37 करोड़ 70 लाख 39 हजार 743 रुपये की अवैध निकासी से संबंधित मामले से जुड़ा है। इसमें सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शंभू लाल साव की अदालत ने 14 नवम्बर को सजल को दोषी ठहराया था। इस मामले में पूरक अभिलेख की सुनवाई चल रही थी। इसमें सजल अकेले आरोपी हैं। आरोपी लालू प्रसाद यादव, डा जगन्नाथ मिश्रा सहित अन्य आरोपियों को वर्ष 2013 में ही सजा सुनायी जा चुकी है। 

गौरतलब है कि सजल चक्रवती वर्ष 1992 से 1995 के बीच चाईबासा के उपायुक्त थे। इस दौरान उनकी जानकारी में पशुपालन विभाग से अत्यधिक निकासी हुई। उन्होंने तत्कालीन जिला पशुपालन पदाधिकारी बृजनंदन शर्मा एवं आपूर्तिकर्ताओं से मेलजोल कर इसे नजरअंदाज किया। इस दौरान कोषागार से 37 करोड़ 70 लाख 39 हजार 743 रुपये की निकासी कर ली गयी थी। सजल चक्रवर्ती उपायुक्त हाेते हुए कोषागर से निकासी होने दी। उन्होंने एक आपूर्तिकर्ता से लैपटॉप लिया था। 

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