झारखंड
सफाई एजेंसी एमएसडब्ल्यू को हटाने के मूड में है नगर निगम
By Deshwani | Publish Date: 13/10/2017 7:24:28 PMरांची, (हि.स.)। रांची नगर निगम के 55 वार्डों में इन दिनों सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है। शहर के अधिकतर वार्डों में साफ सफाई नहीं हो रही है। इससे शहर के कई वार्डों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। शहर की सफाई का जिम्मा नगर निगम ने एमएसडब्ल्यू को सौंपा था। यह कंपनी नगर निगम और एस्सेल इंफ्रा की ज्वाइंट वेंचर है। अब इस कंपनी को हटाने की तैयारी चल रही है। संभावना जतायी जा रही है कि नगर निगम बोर्ड की अगली बैठक में इस पर फैसला ले लिया जायेगा। हालांकि बोर्ड की बैठक कब होगी, यह अभी तय नहीं हुआ है। वहीं शहर में गंदगी के अंबार से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मालूम हो कि सफाई कंपनी एमएसडब्ल्यू को शहर के 55 वार्डों की साफ सफाई का जिम्मा नगर निगम ने दो अक्टूबर 2016 को दिया था। उस समय कंपनी ने कहा था कि 2017 तक 55 वार्डों में सफाई कार्य शुरू कर दिया जायेगा। लेकिन इस कंपनी ने सिर्फ 33 वार्डों में ही सफाई का काम शुरू किया। इन 33 वार्डों की सफाई भी यह कंपनी ठीक से नहीं कर पा रही है। शहर की साफ सफाई को लेकर नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, नगर आयुक्त शांतनु अग्रहरि और मेयर आशा लकड़ा सहित अन्य ने कंपनी को कई बार हिदायत भी दी। लेकिन स्थिति जस की तस रही। इस दौरान सफाई कर्मचारियों को वेतन भी नहीं मिला। जिस कारण सफाई कर्मचारियों ने एक वर्ष के अंदर लगभग 14 से ज्यादा बार हड़ताल की। सफाई कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास का काफिला भी रोका था। मुख्यमंत्री की पहल पर सफाई कर्मचारियों को बकाया वेतन मिला। ऐसे में अगर नगर निगम सफाई कंपनी को हटाती है, तो शहर की सफाई कौन करेगा। नगर निगम को इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी। सूत्रों के अनुसार नगर निगम अब निगम के सफाई कर्मियों से ही शहर के 55 वार्डों की सफाई कराने की योजना बना रही है। हालांकि इसका भी निर्णय नगर निगम बोर्ड की बैठक में ही लिया जायेगा।