बरहरवा (साहेबगंज)। साहेबगंज जिले के बरहरवा थाने में एक व्यक्ति तवारक शेख ऊर्फ डग्गू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी, जिसके बाद उसके परिवार वालों व ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। तवारक के परिवार वालों का आरोप है कि उसकी हत्या की गयी है, जबकि पुलिस का कहना है कि उसने थाने में सिरिस्ता में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। तवारक ऑटो चलाता था और उसे एक मोरटसाइकिल चोर की निशानदेही पर पूछताछ के लिए थाना लाया गया था। एक दिन पहले पुलिस ने एक मोटरसाइकिल चोर को पकड़ा था।
डीएसपी ललन प्रसाद ने मामले पर पुलिस का पक्ष रखते हुए कहा, पंखे से लटक कर उन्होंने आत्महत्या कर ली है। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। दूसरी तरफ परिवार वाले इसे हत्या करार दे रहे हैं। उनका कहना है कि तवारक के साथ मारपीट की गयी। पुलिस वालों ने उनकी जान ले ली और अब पुलिस वाले इसे आत्महत्या साबित करने में लगे हैं। इस घटना के बाद थाना छावनी में तब्दील हो गया।
परिजनों ने कहा कि तवारक की हत्या के बाद उन्हें रस्सी के सहारे लटकाया गया और लोगों को यह दिखाने की कोशिश की गयी है कि यह आत्महत्या है। स्थानीय लोग इस घटना के बाद आक्रोश में हैं। इस घटना के बाद लोगों ने एनएन - 80 को जाम कर दिया। यह महत्वपूर्ण राजमार्ग है, जो फरक्का, साहेबगंज, भागलपुर को जोड़ता है। लगभग चार घंटे रोड जाम रहा। इस दौरान आगजनी भी की गयी।
मौके पर साहेबगंज के एसपी पी पुरुगन एवं पाकुड़ के डीएसपी स्वयं पहुंचे और अपने नेतृत्व में हालात को नियंत्रित करने के लिए मोर्चा संभाला। इस मामले ने राजनीतिक स्वरूप भी ले लिया है। झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि पीड़ितों को सरकार 10 लाख रुपये का मुआवजा दे और मामले की उच्च स्तरीय जांच करायी जाये।
वहीं, राजमहल से झामुमो सांसद विजय हांसदा ने कहा है कि 48 घंटे के अंदर इस मामले में उचित कार्रवाई की जाये। पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी दी जाये और उचित मुआवजा भी दिया जाये। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो झामुमो सड़क पर उतर कर आंदोलन करेगा।