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ईयू ने ब्रिटेन को फिर दिया संगठन में बने रहने प्रस्ताव
By Deshwani | Publish Date: 17/1/2018 8:02:38 PM
ईयू ने ब्रिटेन को फिर दिया संगठन में बने रहने प्रस्ताव

स्ट्रासबर्ग (हि.स.)। यूरोपीय संघ (ईयू) के मुख्य कार्यकारी ने बुधवार को ब्रिटेन को एक बार फिर संगठन में बने रहने की पेशकश की है। साथ ही उम्मीद भी की है कि अगर ब्रिटेन अलग भी होता है तो भी वह इस ब्लॉक में पुन: शामिल होने के लिए आवेदन करेगा। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली।

समाचार एजेंसी रॉयटर के अनुसार, यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष ज्यां क्लॉड जंकर स्ट्रासबर्ग में विगत छह महीने में एस्टोनिया के राष्ट्रपतित्व काल में संघ की उपलब्धियों पर यूरोपीय संघ की संसद में चर्चा कर रहे थे।

संसद में चर्चा के दौरान उन्होंने यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क के मंगलवार के बयान का भी समर्थन किया। टस्क ने कहा था कि वह यूरोपीय संघ में ब्रिटेन के बने रहने का स्वागत करेंगे। टस्क ने माना कि ब्रिटेन साल 2016 में हुए जनमत संग्रह के परिणामों की जिम्मेवारी वहन कर रहा है जिसमें ईयू से अलग होने के मसले पर मुहर लगाई गई थी।

एक जर्मन सांसद ने लिखित रूप से पूछा था कि क्या जंकर ब्रेक्सिट की जिम्मेवारी लेते हैं? इस पर उन्होंने कहा, “ मैं अब भी महसूस करता हूं कि ब्रिटेन का संघ छोड़ना एक आपदा है। हां, यह एक हार है और हम सभी को इसकी जिम्मेवारी लेनी चाहिए। ”

लेकिन ब्रिटेन के लिए ईयू छोड़ने के पीछे कई कारण हैं। जैसा कि ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने कहा है कि विगत चालीस वर्षों में ईयू में ब्रिटेन ने कभी सहज नहीं महसूस नहीं किया। उन लोगों ने सहज रहने का भी मौका नहीं दिया।, इसलिए देश के पास कहने को बहुत कुछ हैं।

टस्क ने कहा, “ मैं एक बार फिर ब्रिटिश सरकार, संसद और वहां के लोगों से गुजारिश करता हूं कि अगर वे ब्रेक्सिट का विकल्प चाहते हैं तो हमलोग चर्चा करने को तैयार हैं। हमलोग ईयू से ब्रिटेन को बाहर नहीं निकाल रहे हैं। हम चाहते हैं कि वह संघ में बना रहे। ”

विदित हो कि ब्रिटेन में यह बहस तेज हो गई है कि ईयू से अलग होने की शर्तों को लेकर एक और जनमत संग्रह होना चाहिए या नहीं। हालांकि प्रधानमंत्री मे के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि साल 2016 में ईयू छोड़ने के मुद्दे पर जनमत संगह के परिणाम के अनादर करने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है।

उल्लेखनीय है कि यूरोपीय संघ की संसद में ब्रेक्सिट के मुद्दे पर हो रही चर्चा के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी जंकर के सुर में सुर मिलाया और ब्रिटेन की वापसी को लेकर सकारात्मक दिखे।


 

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